कोच्चि की सेंट मैरीज चर्च की नन सिस्टर लूसी कलपुरा का कहना है कि ननों के प्रदर्शन में शामिल होने के कारण उन्हें चर्च की किसी भी गतिविधि में शामिल होने से मना किया गया है, वहीं चर्च के फादर ने इन आरोपों से इनकार किया है.
झारखंड में ईसाई संगठन और चर्च राज्य सरकार के रवैये पर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं. जबकि कुछ घटनाओं को केंद्र में रखकर भाजपा तथा आरएसएस-विहिप भी मिशनरी संस्थाओं पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है.
केरल स्थित एक चर्च के चार पादरियों पर लगा है बलात्कार का आरोप. राष्ट्रीय महिला आयोग का कहना है कि कन्फेशन की प्रथा की आड़ में महिलाओं को ब्लैकमेल किया जा सकता है. केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस और चर्चों ने इस बयान की निंदा की है.