राजस्थान के कोटा में आईआईटी की तैयारी कर रहे 20 वर्षीय छात्र रोशन वर्मा ने उत्तर प्रदेश के बलिया में अपने घर पर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. वह छुट्टी पर घर आए थे. पिछले कुछ महीनों में कोचिंग हब कहे जाने वाले कोटा शहर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों की आत्महत्या के मामलों में चिंताजनक वृद्धि हुई है.
राजस्थान की सीकर पुलिस ने बताया कि भरतपुर के नदबई का रहने वाला छात्र छह महीने पहले सीकर आया था और शहर के उद्योग नगर के एक छात्रावास में रह रहकर नीट की तैयारी कर रहा था. बीते 4 सितंबर को नीट की ही तैयारी कर रहे करौली के एक 16 वर्षीय छात्र की आत्महत्या से मौत हो गई थी.
उत्तर प्रदेश के महराजगंज ज़िले के रहने वाले 20 वर्षीय छात्र की पहचान मोहम्मद तनवीर के रूप में हुई है. कोटा में वह अपनी बहन और पिता के साथ रहते थे. उनके पिता एक कोचिंग संस्थान में शिक्षक के रूप में काम करते हैं, जबकि उनकी बहन भी उनके साथ नीट की तैयारी कर रही थीं.
कोटा में विज्ञान नगर इलाके में नीट की तैयारी कर रही एक 16 वर्षीय छात्रा ने सोमवार को अपने छात्रावास के कमरे में कथित तौर पर ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली. इस साल राज्य के कोचिंग हब में ऐसे मामलों की संख्या 25 हो गई है. यह संख्या 2015 के बाद से अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2021 में 13,089 छात्रों की आत्महत्या से मौत हुई थी, जबकि 2011 में यह संख्या 7,696 थी. 2011 के बाद से भारत में छात्रों द्वारा आत्महत्याओं की संख्या हर साल बढ़ी है.
कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों द्वारा लगातार की जा रही आत्महत्या को लेकर राजस्थान के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मैं माता-पिता को बताना चाहता हूं कि आप कोचिंग सेंटरों को पैसा देते हैं और वे आपके बच्चों को धमकाते और परेशान करते हैं. कोचिंग वालों को दुर्व्यवहार करने का क्या अधिकार है?
राजस्थान के कोटा में दो अलग-अलग घटनाओं में नीट की तैयारी कर रहे दो छात्रों की कथित तौर पर बीते रविवार को आत्महत्या से मौत के मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही इस साल ऐसे छात्रों की संख्या 23 हो गई है. कोटा ज़िले के अधिकारियों ने इसे देखते हुए अगले दो महीने तक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के नियमित टेस्ट नहीं कराने को कहा है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जांच समिति 15 दिन में आत्महत्या से संबंधी मामलों पर रिपोर्ट सौंपेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे 9वीं और 10वीं कक्षा के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थानों में प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए, इससे उन पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है.
राजस्थान के कोटा में बीते 15 अगस्त को इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी कर रहे बिहार के एक 18 वर्षीय छात्र ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. तैयारी करने वाले छात्रों द्वारा ज़िले में इस महीने की ऐसी चौथी और इस साल की 21वीं घटना है, जो आठ वर्षों में सबसे अधिक है.
पुलिस ने बताया कि महावीर नगर के एक हॉस्टल में रहकर जेईई की तैयारी कर रहे एक 17 वर्षीय छात्र ने आत्महत्या कर ली. यह इस महीने हुई ऐसी तीसरी घटना है. अब तक इस साल कोटा में 20 छात्र आत्महत्या कर चुके हैं.
उत्तर प्रदेश के रामपुर ज़िले के रहने वाले 17 वर्षीय बहादुर सिंह 11वीं के छात्र थे और दो महीने पहले ही कोटा आए थे. यहां वह एक कोचिंग संस्थान में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी कर रहे थे. कोटा शहर में इस साल कोचिंग लेने वाले छात्रों द्वारा संदिग्ध आत्महत्या का यह 15वां मामला है.
बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक पत्र में कहा गया था कि दिल्ली पुलिस ने 24 दिसंबर से 2 जनवरी तक मुखर्जी नगर के सभी कोचिंग संस्थान, हॉस्टल और पीजी बंद करने का आदेश दिया है. दिल्ली पुलिस द्वारा इस बात का खंडन करने के बावजूद पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा है और अधिकतर छात्र-छात्राएं अपने घर लौट चुके हैं.