केरल की वायनाड सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने​ नामांकन दाख़िल किया

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को वायनाड में कहा कि वह माकपा के सारे हमलों को झेलेंगे, लेकिन प्रचार अभियान के दौरान वाम दलों के ख़िलाफ़ कुछ नहीं बोलेंगे.

लेफ्ट के गढ़ रहे कूच बिहार में इस बार भाजपा और तृणमूल में कड़ा मुकाबला

ग्राउंड रिपोर्ट: पश्चिम बंगाल के कूच बिहार सीट के एक ओर असम तो दूसरी तरफ बांग्लादेश है. भाजपा का बढ़ता ग्राफ इस आरक्षित सीट पर तृणमूल की सबसे बड़ी चिंता है. कूच बिहार में लोगों का मानना है कि तृणमूल और भाजपा में कड़ा दंगल तय है. सुभाशिष मैत्रा की रिपोर्ट.

स्टिंग ऑपरेशन में कालेधन के इस्तेमाल से चुनाव जीतने की बात कबूल करते दिखे सांसद

टीवी9 भारतवर्ष के एक स्टिंग ऑपरेशन में भाजपा सासंद फग्गन सिंह कुलस्ते, उदितराज, रामदास तड़स, बहादुर कोली के साथ मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव, कांग्रेस सांसद एमके राघवन, महाबल मिश्रा, राजद सांसद सरफ़राज़ आलम, गोरखपुर से सपा सांसद प्रवीण निषाद, फुलपूर से सपा सांसद नागेंद्र पटेल, लोजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के भाई रामचंद्र पासवान और आम आदमी पार्टी सांसद साधू सिंह समेत कई अन्य दलों के सांसद आपराधिक और अनैतिक तरीकों से चुनाव जीतने और काला धन

नमो टीवी पर चुनाव आयोग ने मांगा जवाब, सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने कहा- यह विज्ञापन प्लेटफॉर्म है

लोकसभा चुनाव से पहले 'नमो टीवी' के लॉन्च होने पर विपक्षी पार्टियों ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की थी. इस पर चुनाव आयोग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से जवाब मांगा था.

कांग्रेस का घोषणा पत्र: राजद्रोह क़ानून ख़त्म होगा, मॉब लिंचिंग के ख़िलाफ़ बनेगा क़ानून

कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी करते हुए गरीबों को 72 हज़ार रुपये सालाना देने और किसानों के लिए अलग बजट के प्रावधान का वादा किया. पार्टी ने क़र्ज़ न चुका पाने वाले किसानों के ख़िलाफ़ फौजदारी नहीं, दीवानी अपराध का केस दर्ज करने की बात कही है.

द वायर बुलेटिन: आदित्यनाथ के ‘मोदीजी की सेना’ बयान पर पूर्व नौसेना प्रमुख ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र

सुप्रीम कोर्ट द्वारा हार्दिक पटेल की याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार करने समेत आज की बड़ी ख़बरें. दिनभर की महत्वपूर्ण ख़बरों का अपडेट.

सुप्रीम कोर्ट ने हार्दिक पटेल की याचिका पर तत्काल सुनवाई से किया इनकार

कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने गुजरात हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी थी जिसमें 2015 के गुजरात के विसपुर दंगा मामले में उनकी सज़ा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया गया था.

जब बलरामपुर की जनता ने अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी अभद्र टिप्पणी के लिए सबक सिखाया

चुनावी बातें: नेताओं की बदज़ुबानी के लिए उन्हें सबक सिखाने में मतदाताओं की उदासीनता भी ज़िम्मेदार है, लेकिन एक वो समय था जब 1962 में उत्तर प्रदेश की बलरामपुर लोकसभा सीट के मतदाताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी जैसे वाकपटु नेता की अभद्र टिप्पणी के चलते उनकी जीती हुई बाज़ी पलटकर हार का मज़ा चखा दिया था.

प्रियंका गांधी के अयोध्या जाने से भाजपा क्यों बौखलाई हुई है

बीते दिनों अयोध्या स्थित हुनमानगढ़ी मंदिर में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के जाने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली सहित कई नेताओं ने सवाल उठाया है.

त्रिपुरा: क्या लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला वाम से नहीं बल्कि कांग्रेस से है?

ग्राउंड रिपोर्ट: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बिप्लब कुमार देव पर सरकार बनाने के बाद अब दोनों लोकसभा सीट पहली बार पार्टी की खाते में लाने की चुनौती है. राजेश माली की रिपोर्ट.

ओडिशा में नवीन पटनायक और नरेंद्र मोदी के बीच ही मुख्य मुक़ाबला

वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष मिश्रा बता रहे हैं कि ओडिशा में मुख्य मुक़ाबले से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दूर नज़र आ रहे हैं. गांवों में भी लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की संभावनाओं की चर्चा कर रहे हैं.

भाजपा को बढ़त, पर क्षेत्रीय नेता विपक्ष को गायब होने से बचा सकते हैं

वरिष्ठ पत्रकार मार्क टली बता रहे हैं कि विपक्ष इस चुनाव का पहला राउंड हार चुका है. उसके लिए भाजपा को अंतिम राउंड में जीतने से रोकना बहुत कठिन है.

क्या आंध्र में चंद्रबाबू नायडू का खेल बिगाड़ने की क्षमता रखते हैं जगनमोहन रेड्डी?

पिछली बार टीडीपी और भाजपा ने साथ चुनाव लड़ा था और पवन कल्याण ने प्रचार किया था. अब पवन कल्याण अपनी पार्टी जनसेना लेकर लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अकेले उतरे हैं. भाजपा और टीडीपी भी अलग लड़ रहे हैं. इसका नुकसान टीडीपी को हो सकता है. अमित कुमार निरंजन की रिपोर्ट.

क्या भोपाल से चुनाव लड़ाकर दिग्विजय सिंह को बलि का बकरा बनाया जा रहा है?

35 सालों से न जीती गई भोपाल सीट पर दिग्विजय सिंह को उतारने के पीछे केंद्रीय नेतृत्व से अधिक मुख्यमंत्री कमलनाथ की मंशा बताई जा रही है. विश्लेषक मानते हैं कि दिग्विजय की हार या जीत से फायदा कमलनाथ का ही है. जीत दिग्विजय को दिल्ली पहुंचाएगी, जिससे राज्य की राजनीति में उनका हस्तक्षेप कम होगा और हार ज़ाहिर तौर पर उनका क़द कम कर देगी.

1 208 209 210 211 212 283