जन गण मन की बात की 212वीं कड़ी में विनोद दुआ एनडीए के घटक दलों में भाजपा से बढ़ती नाराज़गी और कांग्रेस की कमज़ोरियों पर चर्चा कर रहे हैं.
केंद्र की मंज़ूरी के बाद मिलेगा अलग दर्जा. भाजपा ने हिंदुओं को बांटने का आरोप लगाया, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता येदियुरप्पा ने किया समर्थन.
यह बात बिल्कुल दो और दो चार जैसी साफ है कि कांग्रेस महाधिवेशन के मंच से जो भी बोला जा रहा था वो महज़ राजनीतिक भाषणबाज़ी थी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि नोटबंदी और सही ढंग से जीएसटी लागू नहीं किए जाने से बहुत से लोगों की नौकरियां चली गईं और कारोबार को नुकसान पहुंचा.
संप्रग अध्यक्ष ने कहा, 'कांग्रेस को तबाह करने के लिए सरकार ने कोई कसर बाकी नहीं रखी. साम-दाम-दंड-भेद का खुला खेल चल रहा है. लेकिन, सत्ता के अहंकार के आगे कांग्रेस न कभी झुकी है और न कभी झुकेगी.
कांग्रेस सांसद ने कहा कि पाकिस्तान रोज़ संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है. चुनाव से पहले मोदी ने एक सिर के बदले 10 सिर लाने की बात की थी, सरकार बनते ही साड़ी, आम और बिरयानी वाली कूटनीति शुरू कर दी.
गोरखपुर से ग्राउंड रिपोर्ट: गोरक्षपीठ को निषादों का बताने वाले संजय उन चंद लोगों में हैं, जो गोरखपुर में रहते हुए हिंदू युवा वाहिनी को दंगा करने वाला, मुसलमानों, दलितों, अति पिछड़ों और निषादों पर अत्याचार करने वाला ‘संगठित गिरोह’ बताते रहे हैं.
जहां भाजपा सफल हो जाती है, वहां ये कथित ‘चाणक्य नीति’ का ढोल पीटते हैं, जहां विफल हो जाते हैं तो कहते हैं कि अति-आत्मविश्वास हमें ले डूबा.
गोरखपुर में सत्ताधारी दल के उपचुनाव में हारने की कहानी नई नहीं है.
गोरखपुर में मिली हार योगी आदित्यनाथ के लिए बड़ा झटका है. भाजपा कार्यकर्ता उन्हें 2024 में प्रधानमंत्री के रूप में देख रहे थे, लेकिन अपनी सीट छोड़ो, वो अपना बूथ तक नहीं बचा पाए.
गोरखपुर से ग्राउंड रिपोर्ट: मार्च 2017 के बाद यूपी की राजनीति में नए बदलाव की जो धीमी आवाज़ें उठ रही थीं, उसे सुना नहीं गया. ये आवाज़ें इस चुनाव में बहुत मुखर थीं लेकिन उसे नज़रअंदाज़ कर दिया गया. अब जब उसने अपना असर दिखा दिया, तो सभी हैरान हैं.
गोरखपुर-फूलपुर उपचुनाव: सपा और बसपा के इस गठजोड़ में अगर कांग्रेस भी शामिल हो गई तो भाजपा को देश के सबसे बड़े राज्य में निराशा ही हाथ लगेगी.
सपा ने गोरखपुर के जिलाधिकारी राजीव रौतेला पर मतगणना में गड़बड़ी करने का लगाया आरोप, मतगणना केंद्र में पत्रकारों का प्रवेश रोकने पर हंगामा.
घोटाले के 50 से ज़्यादा मामले लंबित होने के बावजूद सीबीआई ने 1 दिन में विशेष व्यापमं शाखा के 20 अधिकारियों का तबादला किया है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उनके पिता और दादी की हत्या इसलिए हुई कि वे राजनीति में थे और बदलाव लाना चाहते थे.