बीते 23 अक्टूबर को गुजरात हाईकोर्ट के वरिष्ठतम जजों में से एक जस्टिस बीरेन वैष्णव ने कर मामलों की सुनवाई में मतभेद ज़ाहिर करने पर सहयोगी जस्टिस मौना भट्ट को फटकार लगाई थी. कार्यवाही के एक वीडियो क्लिप के सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा होने के बाद कोर्ट ने अब इसे अपने आर्काइव से हटा दिया है.
न्यूज़लॉन्ड्री के सह-संस्थापक और सीईओ अभिनंदन सेखरी ने इस मुक़दमे को लेकर कहा कि यह परेशान करने वाली बात है कि ऐसा उन लोगों द्वारा किया जा रहा है, जिन्हें प्रेस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए खड़ा होना चाहिए. इससे पहले बीते महीने इंडिया टुडे ग्रुप द्वारा कॉपीराइट उल्लंघन की शिकायत किए जाने पर यूट्यूब ने न्यूज़लॉन्ड्री के यूट्यूब चैनल को फ्रीज़ कर दिया था.
न्यूज़लॉन्ड्री पोर्टल के सह-संस्थापक अभिनंदन सेखरी ने कॉपीराइट उल्लंघन के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि अगर कोई न्यूज़ वेबसाइट आलोचना, टिप्पणी या ख़बरों के विश्लेषण के लिए किसी अन्य समाचार संगठन की वीडियो फुटेज का इस्तेमाल करती है तो इसमें कॉपीराइट उल्लंघन का मामला बनता ही नहीं है. उन्होंने कहा कि इस तरह की शिकायतों के पीछे की मंशा उन्हें काम करने से रोकना है.
जेएनयू के पूर्व छात्र ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अनुमोदन से प्रकाशित एक पुस्तक उनके शोध कार्य का चुराया हुआ संस्करण है.
कॉपीराइट उल्लंघन मामला: कंपनी ने कहा कि रिपब्लिक टीवी द्वारा किए गए दो खुलासों में इस्तेमाल सामग्री उस समय हासिल की गई थी जब गोस्वामी टाइम्स नाउ में काम करते थे.