देश के शीर्ष वायरोलॉजिस्ट डॉ. शाहिद जमील का कहना है कि भारत में सात दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के औसतन 93,000 मामले प्रतिदिन बढ़ रहे हैं. अमेरिका यह दर 39,000 मामले प्रतिदिन की है. भारत आगामी तीन से चार हफ्ते में अमेरिका से आगे निकल जाएगा.
पुणे की तुलना में सोमवार तक दिल्ली में संक्रमण के कुल मामले 193,526, जबकि मुंबई में 157,410 थे. गुजरात, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को छोड़कर पुणे में कोरोना के मामले कई राज्यों से अधिक हैं.
महाराष्ट्र के पुणे में एक निजी समाचार चैनल में काम करने वाले पत्रकार के परिवार का आरोप है कि अहमदनगर के निजी अस्पताल ने 40,000 रुपये एडवांस जमा कराने तक उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया था. अगर उन्हें समय पर इलाज मिल जाता तो उनकी जान बच सकती थी. महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
भारत में रविवार को कोरोना के 52,972 मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले 18 लाख के पार पहुंच गए है. यह आंकड़ा एक दिन पहले ही सत्रह लाख हुआ था. दुनिया भर में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 1.82 करोड़ से अधिक हो चुकी है.
देश में कोविड-19 के एक दिन में 54,735 मामले सामने आने के बाद रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 17 लाख के पार पहुंच चुके हैं. बीते चौबीस घंटों में देश में 853 लोगों ने इस संक्रमण से जान गंवाई है.
भारत में शुक्रवार को एक दिन में कोरोना वायरस के 57,118 नए मामले दर्ज हुए हैं, जो अब तक का सर्वाधिक आकंड़ा है. यह लगातार तीसरा दिन था, जब एक दिन में कोरोना के पचास हज़ार से अधिक मामले दर्ज हुए हैं.
घटना सूरत के एसएमआईएमईआर अस्पताल का है. परिवार का आरोप है कि अस्पताल ने महिला को इलाज के दौरान ही डिस्चार्ज कर दिया. वहीं अस्पताल का कहना है कि इस घटना में उनकी कोई ग़लती नहीं है.
मामला बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल का है. यहां वेंटिलेटर पर रखे मरीज़ों की मृत्यु दर ब्रिटेन, अमेरिका और इटली जैसे देशों में हुई ऐसी स्थिति में हुई मौतों की तुलना में बहुत अधिक है. इटली में कोरोना के चरम पर होने पर वहां वेंटिलेटर पर मरीज़ों की मृत्यु दर 65 फीसदी थी.
मृतक हिंदू राव अस्पताल में बतौर वॉर्ड ब्वॉय काम करते थे, जिन्हें खांसी और सांस लेने में दिक्कत के बाद 26 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 27 जून को वे कोरोना संक्रमित पाए गए और अगले दिन किडनी फेल होने के बाद उनकी मौत हो गई.
मामला हैदराबाद के चेस्ट अस्पताल का है, जहां 35 वर्षीय वी. रवि कुमार को तेज़ बुखार और सांस लेने में दिक्कत के बाद भर्ती किया गया था. 26 जून को उनकी मौत हो गई. अस्पताल में उनके द्वारा बनाया गया एक वीडियो अब सामने आया है, जिसमें वे डॉक्टरों द्वारा वेंटिलेटर हटाने के बाद सांस न ले पाने की बात कह रहे हैं.
दिल्ली के रहने वाले संदीप गर्ग को सांस लेने में तकलीफ के चलते जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी बेटी का आरोप है कि अस्पताल के स्टाफ का व्यवहार काफ़ी ख़राब था. उन्होंने तमाम औपचारिकताएं और पेपर वर्क पूरा करने का हवाला देकर मेरे पिता को भर्ती करने में बहुत देर कर दी.
एक समाचार चैनल ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों में से 1,207 डॉक्टर और नर्स दिल्ली के नौ बड़े कोरोना अस्पतालों के हैं. हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब तक कोरोना से संक्रमित हुए स्वास्थ्यकर्मियों का कोई आंकड़ा नहीं दिया है.
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आदेश दिया था कि कोविड-19 के हर मरीज़ के लिए घर में क्वारंटीन की जगह पांच दिन संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में रहना ज़रूरी होगा. इस पर दिल्ली सरकार का कहना था कि इससे पहले से ही दबाव झेल रही स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर बोझ बढ़ेगा.
सुप्रीम कोर्ट ने विभिन्न राज्यों में कोविड-19 जांच की अलग-अलग कीमतों पर संज्ञान लिया है. शीर्ष अदालत ने कहा कि कहीं 2,200 रुपये में कोरोना टेस्ट हो रहा है, तो कहीं 4,500 रुपये में, ऐसा नहीं होना चाहिए.
गृह मंत्रालय ने कहा कि विशेषज्ञों की उच्चस्तरीय समिति के सुझाव के आधार पर ये निर्णय लिया गया है. इस संबंध में उचित कार्रवाई के लिए दिल्ली सरकार के पास रिपोर्ट भेजी गई है.