केंद्र ने राज्यों, निजी अस्पतालों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सीधे टीका निर्माताओं से खुराक खरीदने की अनुमति भी दी है. सरकार ने कहा कि टीका उत्पादकों को राज्य सरकारों को और खुले बाज़ार में उपलब्ध होने वाली 50 प्रतिशत आपूर्ति की कीमत एक मई, 2021 से पहले घोषित करनी होगी.
कोविड-19 पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि हमें यह देखने में दिलचस्पी नहीं रखनी चाहिए कि कितने लोगों को टीका लग चुका है, बल्कि आबादी के कितने प्रतिशत का टीकाकरण हो चुका है, यह महत्वपूर्ण है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने मनमोहन सिंह की आलोचना की है.
इससे पहले रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी की ओर से मुर्शिदाबाद ज़िले के जंगीपुरा सीट से चुनाव मैदान में उतरे प्रदीप कुमार नंदी की मौत भी बीते 16 अप्रैल को कोरोना संक्रमण की वजह से हो गई थी. 15 अप्रैल को इसी ज़िले की शमशेरगंज सीट से उम्मीदवार रेज़ाउल हक़ की भी संक्रमण से मौत हो चुकी है. निर्वाचन आयोग ने दोनों सीटों पर मतदान स्थगित कर दिया है.
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. कोरोना संक्रमित लोगों को अस्पतालों में बिस्तर नहीं मिल पा रहे है. ऑक्सीजन की कमी की भी ख़बरें आ रही हैं. साथ ही कोरोना वायरस से जुड़े आंकड़ों में हेरफेर करने के आरोप भी योगी सरकार पर लग रहे हैं.
बिहार की राजधानी पटना स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल का मामला. राजद नेता तेजस्वी यादव ने अस्पताल के अधीक्षक का पत्र ट्विटर पर साझा कर नीतीश सरकार निशाना साधते हुए राज्य में कोविड-19 के ख़िलाफ़ बुनियादी सुविधाओं की कमी पर चिंता जताई है.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित राजधानी अस्पताल का मामला. घटना की जांच के ज़िलाधिकारी ने आदेश दे दिए हैं. राहुल गांधी ने सरकार से पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद देने की अपील की.
रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार प्रदीप कुमार नंदी की शुक्रवार को बहरमपुर के एक अस्पताल में मृत्यु हो गई. वह बंगाल विधानसभा चुनाव में मुर्शिदाबाद ज़िले के जंगीपुर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार थे. इससे पहले कोविड-19 से संक्रमित मुर्शिदाबाद के ही शमशेरगंज विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार रेज़ाउल हक़ निधन हो गया था.
उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी ग्रामीण और शहरी इलाकों में प्रत्येक रविवार को साप्ताहिक लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. इस दौरान केवल स्वच्छता संबंधी और आपातकालीन सेवाएं ही संचालित होंगी. निर्देश के अनुसार, अगर किसी को पहली बार बिना मास्क पहने पकड़ा जाए तो उस पर एक हज़ार रुपये का जुर्माना लगाया जाए और अगर वह व्यक्ति दूसरी बार पकड़ा जाए तो दस गुना अधिक जुर्माना लगाया जाए.
कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ज़िले की शमशेरगंज विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रेजाउल हक़ कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. निर्वाचन आयोग ने इस सीट पर मतदान स्थगित कर दिया है. साथ ही उन अटकलों को ख़ारिज कर दिया कि देश में वायरस के मद्देनज़र बाकी चरणों के मतदान को एक बार में कराया जाएगा.
जेल प्रशासन ने इन्हें खोजने में मदद करने के लिए दिल्ली पुलिस से मदद मांगी है. दिल्ली की तिहाड़, मंडोली, रोहिणी जेल से दोषी क़रार दिए गए क़ैदियों में 1072 ने समर्पण कर दिया और 112 क़ैदियों ने अब तक समर्पण नहीं किया है. वहीं अंतरिम ज़मानत पर रिहा किए गए 5,556 विचाराधीन क़ैदियों में से क़रीब 2200 ही वापस लौटे हैं.
भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय विश्नोई ने सवाल उठाते हुए कहा है कि मध्य प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी. कृपया ध्यान दें. अप्रैल के प्रथम सप्ताह में महाराष्ट्र में 50,000 मरीज़ थे और ऑक्सीजन 457 मीट्रिक टन ख़र्च हुआ. वहीं, मध्य प्रदेश में 5,000 मरीजों पर 732 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ख़र्च क्यों हुआ?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सप्ताहांत के कर्फ़्यू के दौरान आवश्यक सेवाएं और विवाह समारोह प्रभावित नहीं होंगे और विवाह कार्यक्रमों में शामिल होने वालों को पास जारी किए जाएंगे. सिनेमाघर में भी केवल 30 प्रतिशत दर्शक ही जा सकेंगे. रेस्तरांओं के भीतर बैठकर खाना खाने की अनुमति नहीं होगी.
इसके अलावा उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के दो हज़ार से ज़्यादा सक्रिय मामलों वाले 10 ज़िलों में रात आठ बजे से सुबह सात बजे तक कर्फ्यू लागू करने के निर्देश दिए हैं. इन ज़िलों में लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, कानपुर, गौतम बुद्ध नगर, ग़ाज़ियाबाद, मेरठ और गोरखपुर शामिल हैं.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हम जानते हैं कि कोरोना संकट से निपटने की बजाय प्रधानमंत्री चुनाव में व्यस्त हैं. महाराष्ट्र कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी लोगों की जान के बजाय बंगाल चुनाव को महत्व दे रहे हैं.
देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र केंद्र ने सीबीएसई की दसवीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करते हुए बोर्ड द्वारा तय मानदंडों के आधार पर परिणाम तैयार किए जाने की बात कही है, वहीं 12वीं की परीक्षा से कम से कम 15 दिन पहले इसके बारे में सूचना दी जाएगी. दोनों परीक्षाएं चार मई से 14 जून के बीच होनी थीं.