हैदराबाद की मेघा इंजीनियरिंग चुनावी बॉन्ड योजना में दूसरी सबसे बड़ी खरीदार कंपनी थी. बॉन्ड खरीदने के तुरंत बाद इस कंपनी को कई परियोजनाएं सौंपी गई थीं. अब सीबीआई ने कथित भ्रष्टाचार को लेकर मेघा इंजीनियरिंग, एनएमडीसी आयरन एंड स्टील प्लांट और इस्पात मंत्रालय के आठ अधिकारियों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया है.
मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में 2004 में आम चुनाव कराने वाले टीएस कृष्णमूर्ति ने कहा कि कॉरपोरेट चंदे के माध्यम से धन जुटाने का अपारदर्शी तरीका चिंता पैदा करने वाला है.
पार्टियों को चार साल में कॉरपोरेट से 957 करोड़ रुपये का चंदा, इसमें से सबसे ज़्यादा 705.81 करोड़ भाजपा को मिला है.