पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एसवाई क़ुरैशी ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि दिन में रैली और रात में कर्फ्यू का कोई मतलब नहीं होता है. इससे संक्रमण नहीं रुकने वाला है. सरकार को चाहिए वह इन रैलियों पर रोक लगाए. चुनावों की घोषणा के बाद निर्वाचन आयोग को पहला काम इन रैलियों पर प्रतिबंध लगाने का करना चाहिए.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 3,48,89,132 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या 4,81,770 हो चुकी है. विश्व में संक्रमण के 28.92 करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं और 54.40 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर जहां 3,48,61,579 हो गए हैं, वहीं बीते 24 घंटे में 406 मरीज़ों की मौत के बाद इस महामारी के कारण जान गंवाने वालों का आंकड़ा 4,81,080 पहुंच गया है. विश्व में संक्रमण के 28.82 करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं और अब तक 54.36 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
23 नवंबर को अजमेर ज़िले की हाई सिक्योरिटी जेल में अधिकारियों द्वारा बिना किसी सूचना के बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई. इस क़दम के विरोध में क़ैदी भूख हड़ताल पर चले गए, लेकिन कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर उन्होंने हार मान ली.
‘वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट’ के 10वें संस्करण का उद्घाटन 10 जनवरी को गांधीनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा है कि कोडिव-19 वायरस को लेकर राज्य सरकार ने सात दिनों के क्वारंटीन नियम में केंद्र से छूट मांगी है, ताकि जोख़िम वाले देशों से आने वाले प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शामिल हो सकें.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,48,38,804 हो गई है और इस महामारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 4,81,080 हो गया है. विश्व में संक्रमण 28.65 के करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 54.29 लाख से ज़्यादा लोग दम तोड़ चुके हैं.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा यह बयान हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक जज के उस आग्रह के मद्देनज़र काफ़ी महत्वपूर्ण है, जिसमें उन्होंने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव को कुछ समय के लिए टालने पर विचार करने को कहा था.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,48,22,040 हो गई है. इसके अलावा बीते एक दिन में 268 लोगों की मौत के बाद इस महामारी के कारण जान गंवाने वालों का आंकड़ा 4,80,860 हो चुका है. विश्व में संक्रमण के 28.45 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और 54.22 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
भारत में एक दिन में कोविड-19 के 9,195 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,48,08,886 हो गई है. देश में इस महामारी के कारण अब तक 4,80,592 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के 28.28 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और 54.14 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
भारत में पिछले 24 घंटे में 6,358 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,47,99,691 हो गई है. इस दौरान इस दौरान 293 और मरीज़ों की मौत होने से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 4,80,290 हो गया है. विश्व में संक्रमण के 28.14 करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं और इस महामारी के कारण 54.06 लाख से ज़्यादा लोग दम तोड़ चुके हैं.
चूंकि सरकार ने किसी ऐसे अधिकारी को उपलब्ध नहीं कराया, जो केंद्र इस फ़ैसले पर प्रेस के सवालों का जवाब दे सके, इसलिए यहां वो दस सवाल हैं, जिनका स्वास्थ्य मंत्रालय और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए.
भारत में ओमीक्रॉन स्वरूप के एक दिन में सर्वाधिक 156 मामले सामने आए हैं और इसी के साथ देश में कोरोना वायरस के इस नए स्वरूप से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 578 हो गई है. वहीं, विश्व में अब तक संक्रमण के 27.99 करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं और 54 लाख से ज़्यादा लोग अब तक दम तोड़ चुके हैं.
एम्स के वरिष्ठ महामारी रोग विशेषज्ञ व वयस्कों और बच्चों पर कोवैक्सीन टीके के परीक्षणों के प्रधान जांचकर्ता डॉक्टर संजय के. राय ने कहा कि किशोरों के वैक्सीनेशन के निर्णय पर अमल से पहले बच्चों का टीकाकरण शुरू कर चुके देशों के आंकड़ों का विश्लेषण करना चाहिए.
देश के 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रॉन’ के अब तक 422 मामले सामने आए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि इनमें से 130 लोग स्वस्थ हो गए हैं या विदेश जा चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी घोषणा की कि 10 जनवरी से स्वास्थ्य व अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मचारियों, अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष की आयु से ऊपर के लोगों को डॉक्टरों की सलाह पर एहतियात के तौर पर टीकों की खुराक दिए जाने की शुरुआत की जाएगी. हालांकि इस दौरान उन्होंने बूस्टर डोज़ का जिक्र न करते हुए इसे प्रीकॉशन डोज़ का नाम दिया.