कृष्णागिरी ज़िले के बरगुर में फ़र्ज़ी एनसीसी कैंप में कम से कम 13 छात्राओं के कथित यौन शोषण और एक से बलात्कार का मामला सामने आया था. पुलिस का कहना है कि यौन उत्पीड़न के मुख्य संदिग्ध ने शुक्रवार को आत्महत्या कर ली और एक दिन पहले उसके पिता एक सड़क दुर्घटना में गुज़र गए.
तमिलनाडु के कृष्णागिरी में एक फ़र्ज़ी एनसीसी कैंप आयोजित कर इसमें शामिल हुई कम से कम 13 छात्राओं का कथित तौर पर यौन शोषण किया गया और एक से बलात्कार हुआ. स्कूल को जब इस बारे में सूचित किया गया तो उसने पुलिस के पास न जाकर मामले को दबाने का प्रयास किया.
इंडिया चाइल्ड प्रोटेक्शन फंड के एक अध्ययन में बताया गया है कि साल 2022 में पॉक्सो अधिनियम के तहत केवल 3% मामलों में सज़ा हुई थी. अध्ययन के अनुसार, देश में 1,000 से अधिक फास्ट-ट्रैक अदालतों में से प्रत्येक हर साल औसतन केवल 28 मामलों का निपटारा कर रही है, जो 165 के लक्ष्य से कहीं पीछे है.
घटना सागर ज़िले के एक जैन मंदिर की है. बच्चे की उम्र 11 वर्ष बताई जा रही है. एक वायरल वीडियो में वह ब्रह्मचारी से छोड़ देने की गुहार लगाते हुए रोते-गिड़गिड़ाते देखा जा सकता है. पुलिस ने एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए बताया है कि नाबालिग के शरीर पर चोट के निशान पाए गए हैं.
दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और चंडीगढ़ के बाल अधिकार संरक्षण आयोगों ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय से जेजे एक्ट में हुए संशोधन को अधिसूचित न करने का आग्रह किया है. संशोधन में बाल शोषण संबंधी मामलों में कुछ अपराधों को ग़ैर संज्ञेय के रूप में वर्गीकृत किया गया है.
असम के कोकराझार ज़िले के अभयाकुटी गांव में 14 और 16 साल की दो नाबालिग बहनों के शव बीते 11 जून को पेड़ से लटके मिले थे. कोकराझार एसपी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाक़ी है, पर मामले में गिरफ़्तार किए गए सात लोगों ने बलात्कार और हत्या की बात स्वीकार की है.
असम के कोकराझार ज़िले के अभयाकुटी गांव की घटना. 14 और 16 साल की दो नाबालिग बहनों के शव बीते 11 जून को पेड़ से लटके मिले थे. पीड़ित परिवार का आरोप है कि बलात्कार के बाद लड़कियों की हत्या की गई है. वहीं, पुलिस प्रथमदृष्टया आत्महत्या का मामला मानकर जांच कर रही है.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, वॉट्सऐप और यूट्यूब को भारत में व्यवसाय करना है तो बच्चों के अधिकार के संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी, अन्यथा इनको इस तरह से चलने की अनुमति नहीं दी जा सकती.
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा के अध्ययन के अनुसार हर साल बाल यौन उत्पीड़न के क़रीब तीन हज़ार मामले सुनवाई के लिए अदालत नहीं पहुंच पाते क्योंकि पुलिस पर्याप्त सबूत न होने के कारण आरोपपत्र दायर करने से पहले ही जांच बंद कर देती है. इसमें 99 फीसदी मामले बच्चियों के यौन शोषण के ही होते हैं.
छत्तीसगढ़ के कोरबा ज़िले में 29 जनवरी को हुई घटना की जानकारी बीते दो फरवरी को मृतक व्यक्ति के बेटे द्वारा उनके लापता होने की सूचना देने के बाद हुई. आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो नाबालिग पीड़िता ज़िंदा थी, जिसने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे जब उनसे बीते दिनों पटना में निजी विमान सेवा इंडिगो के स्टेशन मैनेजर की हत्या और राज्य में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल पूछे गए, जिस पर मुख्यमंत्री ने तल्ख़ होते हुए कहा कि ऐसी बातों से पुलिस हतोत्साहित होगी.
बिहार के मधुबनी ज़िले के हरलाखी थाना क्षेत्र के एक गांव में मंगलवार को हुई घटना. मामले में तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है बताया जा रहा है कि आरोपियों ने पहचान उजागर होने के डर से किसी नुकीली चीज़ से लड़की की दोनों आंखें क्षतिग्रस्त कर दीं.
राजस्थान के प्रतापगढ़ ज़िले में बीते 27 नवंबर की रात को मां के साथ सो रही बच्ची का अपहरण कर लिया गया था. अगले दिन रात में उसका शव पास के एक सूखे कुएं में मिला था.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी यह परामर्श हाथरस में एक दलित युवती के कथित गैंगरेप और मौत मामले में राष्ट्रव्यापी रोष के बाद आई है. परामर्श में कहा गया है कि बलात्कार के मामलों में मौत के समय दिए गए बयान को केवल इसलिए ख़ारिज नहीं किया जा सकता, क्योंकि वह मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज नहीं किया गया.
उत्तर प्रदेश के भदोही ज़िले की घटना. पुलिस ने घटना की वजह दो परिवारों के बीच पुरानी रंज़िश को बताया है. इस संबंध में एक नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया है.