राजस्थान के बाड़मेर ज़िले का मामला. भूमि विवाद के दौरान आईटीआई कार्यकर्ता से मारपीट की गई थी, जिससे उन्हें अंदरूनी चोटें आई थीं. आरोप है कि पुलिस ने उनका इलाज कराने की जगह, उन्हें हिरासत में रखा था.
उत्तर प्रदेश के अमेठी ज़िले का मामला. मृतक के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके बेटे को पीट-पीट कर मार डाला.
कथित तौर पर एक लड़की के अपहरण मामले में पूछताछ के लिए जदयू के महादलित सेल के प्रखंड प्रमुख गणेश रविदास को पुलिसवाले थाने ले गए थे. जदयू नेता की मौत के बाद उनके गांववालों ने किया हिंसक प्रदर्शन.
घटना भोपाल के बैरागढ़ की है. दो युवकों को उनकी गाड़ी टकराने के बाद पुलिस हिरासत में लिया गया, जहां एक युवक की मौत हो गई. मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों की पिटाई की वजह से मौत हुई है. गृह मंत्री ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं.
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर का मामला. युवक के परिजनों ने पुलिस की पिटाई से मौत होने का आरोप लगाया है. मामले की मजिस्ट्रियल जांच करने का आदेश.
दक्षिणी कश्मीर के अवंतिपुरा में पूछताछ के लिए हिरासत में लिए एक स्कूल प्रिंसिपल रिज़वान असद पंडित की मौत पर पुलिस ने मजिस्ट्रेट जांच कराने की बात कही है. परिजनों ने कहा, किसी जांच पर विश्वास नहीं.
बिहार के सीतामढ़ी जिले का मामला. हत्या और लूट के मामले में गिरफ़्तार किए गए गुफ़रान आलम और तसलीम अंसारी नामक युवकों के शरीर पर कीलों से बने घाव के निशान मिले.
दिल्ली हाईकोर्ट की पीठ ने कहा कि हिरासत में हो रही हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आरोपी और दोषी भी इंसान हैं. क़ानून सब के लिए बराबर है, चाहे वो वर्दी में हो या नहीं.
तकरीबन दो साल के धरने के बाद कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि युवक से मिलने पहुंचे और केंद्र से की दख़ल की मांग.