मामला उत्तर प्रदेश बरेली शहर का है. जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने कहा कि बरेली नगर निगम एवं फायर ब्रिगेड की टीम को बसों को सैनेटाइज करने के निर्देश थे, पर अतिसक्रियता के चलते उन्होंने ऐसा कर दिया. संबंधित लोगों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
गृह मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सभी नियोक्ता, चाहे वह उद्योग में हों या दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में, लॉकडाउन की अवधि में अपने श्रमिकों के वेतन का भुगतान बिना किसी कटौती के करेंगे.
इन समितियों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे कोरोना महामारी से विभिन्न क्षेत्रों में खड़ी हुई समस्याओं की पहचान कर उसका प्रभावी समाधान निकालेंगे.
21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन के कारण फैक्ट्री बंद होने के बाद अपने भाई के साथ हरियाणा के सोनीपत से उत्तर प्रदेश के रामपुर जा रहे 26 वर्षीय नितिन कुमार 177 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर चुके थे और यह दुर्घटना उनके घर से मात्र 39 किलोमीटर की दूरी पर हुई.
वीडियो: कोरोना वायरस फैलने के ख़तरे को देखते हुए 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन के बीच दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में काम करने वाले दिहाड़ी मजदूर सैकड़ों-हज़ारों किलोमीटर की दूरी तय करते हुए अपने घरों के लिए निकल पड़े हैं.
जर्मनी के हेस्से राज्य के वित्त मंत्री थॉमस शेफर (54) बीते शनिवार को रेल पटरी पर मृत मिले थे.
वीडियो: कोरोना वायरस के कारण हुए देशव्यापी लॉकडाउन के बाद दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले दिहाड़ी मज़दूर अपने-अपने घर जाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गईं बसों में जगह पाने के लिए देर रात भटकते रहे. गाजियाबाद के कौशाम्बी बस अड्डे पर मज़दूरों से विशाल जायसवाल की बातचीत.
राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने उनसे सुनिश्चित करने को कहा कि शहरों में या राजमार्गों पर आवाजाही नहीं हो क्योंकि लॉकडाउन जारी है.
वीडियो: कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन के चलते निर्माण कार्य में लगे मज़दूर, रेहड़ी-पटरी पर दुकान लगाने वाले, खोमचे वाले, रिक्शा चलाने वाले समेत श्रमिकों एक बड़ा वर्ग बेरोज़गार हो गया है. ये पैदल ही विभिन्न राज्यों में स्थित अपने घरों को लौटने के लिए मजबूर हैं.
वीडियो: देश में 21 दिनों के लॉकडाउन के वजह मज़दूरों के सामने रोज़ीरोटी का संकट पैदा होने के बाद ये पैदल ही अपने घरों की ओर पलायन कर रहे हैं. यमुना एक्सप्रेस वे पर इनसे अविचल दुबे ने बातचीत की.
एक ट्वीट करके आम आदमी पार्टी विधायक राघव चड्ढा ने आरोप लगाया था कि दिल्ली से उत्तर प्रदेश जाने वाले प्रवासियों की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर पिटाई की गई. हालांकि, चड्ढा ने बाद अपना यह ट्वीट डिलीट कर दिया.
वीडियो: कोरोना वायरस की वजह से देश में लागू लॉकडाउन की वजह से उत्तर प्रदेश और बिहार से दिल्ली आए दिहाड़ी मज़दूरों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है. बीते शनिवार को लॉकडाउन के दौरान हज़ारों की संख्या में मज़दूर घर जाने के लिए दिल्ली के आनंद विहार बस अड्डे पर जमा हो गए थे.
वीडियो: कोरोना वायरस से सुरक्षा को लेकर देश में लागू लॉकडाउन के दौरान राजधानी दिल्ली से विभिन्न राज्यों में स्थित अपने घरों को पैदल लौट रहे दिहाड़ी मज़दूरों से इस्मत आरा और शेखर तिवारी की बातचीत.