ग़ाज़ियाबाद पुलिस ने बताया कि 16 सेकंड के वीडियो क्लिप में यति नरसिंहानंद पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के बारे में अप्रिय टिप्पणी करने के अलावा मुसलमानों के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिससे नफ़रत भड़क सकती है और सांप्रदायिक सद्भाव में बाधा आ सकती है.
सुप्रीम कोर्ट में दायर एक अवमानना याचिका में कहा गया है कि कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद ने जनवरी 2022 में एक साक्षात्कार के दौरान कहा था कि हमें सर्वोच्च न्यायालय और संविधान पर कोई भरोसा नहीं है. जो लोग भारत के सर्वोच्च न्यायालय में विश्वास करते हैं, वे कुत्ते की मौत मरेंगे.
कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद ने ग़ाज़ियाबाद के डासना देवी मंदिर में भाजपा के पूर्व सांसद बैकुंठ लाल शर्मा की जयंती के अवसर पर 17 दिसंबर से तीन दिवसीय धर्म संसद के आयोजन की घोषणा की है. पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी कर कार्यक्रम न करने का निर्देश दिया है.
कट्टर हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद के अनुयायी यूट्यूबर सुरेश राजपूत ने दिवाली पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कथित हिंदू विरोधी विचारों का विरोध करने के लिए उसी दिन अपने फेसबुक एकाउंट पर एक वीडियो अपलोड किया. इस वीडियो में राजपूत को मुख्यमंत्री केजरीवाल के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते और उन्हें गोली मारने की धमकी देते सुना जा सकता है.
कट्टर हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद ग़ाज़ियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के महंत हैं. वह नरसिंहानंद अपनी मुस्लिम विरोधी टिप्पणियों को लेकर चर्चा में रहते हैं. इस महीने की शुरुआत में उन्होंने आरोप लगाया था कि एक मुस्लिम लड़के को उनकी जासूसी के लिए भेजा गया था. इसी साल मार्च में डासना मंदिर में एक मुस्लिम लड़के के पानी पीने लेने से उसकी पिटाई की गई थी. जिस शख़्स ने लड़के को पीटा था, नरसिंहानंद ने उसका समर्थन किया था.