दिल्ली दंगा: शिव विहार की महिलाओं ने बताई यौन हिंसा की आपबीती

वीडियो: दिल्ली दंगों के दौरान हुई हिंसा के साथ महिलाओं के साथ बदसलूकी की घटनाएं भी हुई हैं. शिव विहार में हिंसा के बाद ढेरों महिलाओं ने मुस्ताफाबाद में शरण ली है. इन महिलाओं ने द वायर को बताया कि दंगों के दौरान उनके साथ यौन हिंसा की भी घटनाएं हुई हैं.

दिल्ली दंगे ने लोगों को अपने ही शहर में बनाया शरणार्थी

उत्तर पूर्वी दिल्ली के शिव विहार में बीते दिनों हुए दंगे के बाद सैकड़ों मुस्लिम परिवारों ने मुस्तफाबाद ने शरण ली है. पीड़ितों को डर है कि अगर वे वापस जाएंगे, तो हिंदुत्व संगठन के लोग उन पर हमला कर सकते हैं

दिल्ली हिंसाः दंगों की आंच में बीएसएफ जवान का घर जलकर ख़ाक, सेना मदद को आगे आई

उत्तर पूर्वी दिल्ली की हालिया हिंसा में खजूरी खास इलाके में रहने वाले बीएसएफ जवान मोहम्मद अनीस का घर भी उपद्रवियों ने जला दिया था. ओडिशा में पोस्टिड मोहम्मद अनीस के घर के पुनर्निर्माण में अब बीएसएफ मदद करेगी.

दिल्ली हिंसा के दौरान सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का था बुरा हाल, सरकार मूकदर्शक बनी रही: रिपोर्ट

जन स्वास्थ्य अभियान नाम की संस्था की ओर से जारी एक फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली हिंसा के दौरान सरकार पीड़ितों को समुचित इलाज मुहैया कराने में असमर्थ रही और कई जगह मरीज़ों को भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ा.

दंगों को नहीं रोक सकते, हम ऐसा दबाव नहीं झेल सकते: सुप्रीम कोर्ट

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा को कथित तौर पर भड़काने वाले नफरती भाषणों के लिए नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के अनुरोध वाली एक याचिका पर तत्काल सुनवाई की मांग को ठुकराते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को मामले को सुनने की बात कही.

दिल्ली दंगा: मृतकों की संख्या 47 पहुंची, 369 एफआईआर दर्ज, करीब 1300 लोग हिरासत में

उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के मामले में अब तक 33 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दंगे में संलिप्त लोगों को हिरासत में लेना आसान है लेकिन हत्या के मामलों में इतनी सरलता से लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता.

‘मुझे पहली बार अपने नाम की वजह से डर लगा’

उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान मुस्तफ़ाबाद इलाके में पीड़ितों की मदद के लिए पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता भी डर से अछूते नहीं थे. एक ऐसे ही कार्यकर्ता की आपबीती.

मीडिया बोल: दिल्ली की हिंसा, गोली मारो के नारे और मीडिया

वीडियो: 23 फरवरी से दिल्ली में भड़की सांप्रदायिक हिंसा की आग में अब तक 48 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 300 से अधिक लोग घायल हैं. मीडिया बोल की इस कड़ी में उर्मिलेश इस बारे में द वायर के डिप्टी एडिटर अजय आशीर्वाद, सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी और जनचौक वेबसाइट के संवाददाता सुशील मानव से चर्चा कर रहे हैं.

‘सरकार में बैठे लोगों ने सांप्रदायिक माहौल बनाकर कराए दंगे’

साक्षात्कार: बीते रविवार से दिल्ली में शुरू हुए दंगे की आग में अब तक 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 300 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं. इस दौरान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्रालय से लेकर दिल्ली पुलिस तक पूरा प्रशासनिक महकमा मूकदर्शक बना रहा. दंगा रोकने में नाकाम रही दिल्ली पुलिस पिछले कुछ समय से अपनी कार्यप्रणाली को लेकर लगातार सवालों के घेरे में है. सांप्रदायिकता, दंगा और पुलिस की भूमिका पर

दिल्ली में हुए दंगे से आहत बंगाली अभिनेत्री ने भाजपा से दिया इस्तीफा

बांग्ला फिल्मों की अभिनेत्री सुभद्रा मुखर्जी ने भाजपा से इस्तीफा देते हुए कहा कि मुझे ऐसी पार्टी में नहीं होना चाहिए जो अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने में चयनात्मक हो. मैं ऐसी पार्टी से दूरी बनाना पसंद करूंगी, जिसमें अनुराग ठाकुर और कपिल मिश्रा जैसे लोग हों.

दिल्ली दंगा: 167 प्राथमिकी दर्ज, 885 लोग हिरासत में

शिक्षा निदेशालय ने कहा है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के चलते सात मार्च तक स्कूल बंद रहेंगे क्योंकि हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में परीक्षाएं आयोजित कराने के लिए स्थिति अनुकूल नहीं है. सीबीएसई ने साफ किया कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं तय कार्यक्रम के मुताबिक दो मार्च से होंगी.

दिल्ली की सांप्रदायिक हिंसा के लिए नरेंद्र मोदी की राजनीति ज़िम्मेदार है

दिल्ली की हिंसा का कोई ‘हिंदू’ या ‘मुस्लिम’ पक्ष नहीं है, बल्कि यह लोगों को सांप्रदायिक आधार पर बांटने की एक घृणित सियासी चाल है. 2002 के दंगों ने भाजपा को गुजरात में अजेय बना दिया. गुजरात मॉडल के इस बेहद अहम पहलू को अब दिल्ली में उतारने की कोशिश ज़ोर-शोर से शुरू हो गई है.

दिल्ली दंगों के दौरान पुलिस को देखकर लगा मानो उसे लकवा मार गया हो: पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह

साक्षात्कार: बीते रविवार से दिल्ली में शुरू हुए दंगे की आग में अब तक 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 300 से अधिक लोग घायल हैं. इस दौरान दिल्ली पुलिस की भूमिका पर लगातार उठ रहे सवालों पर पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह से विशाल जायसवाल की बातचीत.

दिल्ली दंगों के दौरान जिस पत्रकार को गोली लगी, वो किस हाल में है?

विशेष रिपोर्ट: उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों की कवरेज के लिए गए एक स्थानीय चैनल के संवाददाता आकाश नापा को गोली लगी है. वे जीटीबी अस्पताल में भर्ती हैं.

मीडिया बोल: दिल्ली में हिंसा के बीच डोनाल्ड ट्रंप का दौरा

वीडियो: मीडिया बोल की इस कड़ी में उर्मिलेश दिल्ली हिंसा के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दो दिवसीय भारत दौरे के बारे में वरिष्ठ पत्रकार माया मीरचंदानी, बीबीसी के पूर्व संपादक राजेश जोशी और वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश के रे के साथ चर्चा कर रहे हैं.