आरोप है कि मारे गए लोगों को कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं दिया गया था. गैस का प्रभाव इतना ज़्यादा था कि मृतकों को अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों की भी तबियत बिगड़ गई. उत्तर प्रदेश में हुई एक अन्य घटना में कुएं की सफाई के दौरान ज़हरीली गैस की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई.