सितंबर 2022 में कांग्रेस के आठ विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल का दो-तिहाई हिस्सा होने का दावा करते हुए भाजपा में 'विलय' की घोषणा की थी. गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने विधानसभा अध्यक्ष से इन सभी को अयोग्य घोषित करने की मांग की थी.
उत्तर प्रदेश के इटावा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद राम शंकर कठेरिया पर आरोप था कि उन्होंने वर्ष 2011 में आगरा में एक बिजली कंपनी के कर्मचारियों के साथ मारपीट और कार्यालय में तोड़फोड़ की थी. कठेरिया पूर्व में दो बार आगरा से सांसद रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस समिति के सदस्य राणाजीत मुखर्जी की याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिन्होंने अयोग्य क़रार देने संबंधी याचिकाओं के समय पर निस्तारण की मांग की थी.
सर्वोच्च न्यायालय ने विधानसभाओं के सदस्यों की अयोग्यता के बारे में निर्णय लेने के लिए एक स्वतंत्र तंत्र की स्थापना का सुझाव दिया है.