नेहा शौरी 2009 में पंजाब के खरड़ में एफडीए के ज़ोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर तैनात थीं. 10 साल पहले उन्होंने आरोपी के मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की थी और उसका लाइसेंस रद्द कर दिया था. आरोपी ने ख़ुद को गोली मारकर आत्महत्या की.
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पाया था कि ज़्यादातर पारिवारिक विवादों का कारण नशा है. इसलिए चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा को शादी से पहले दूल्हे का डोप टेस्ट कराने का सुझाव दिया था. चंडीगढ़ ने इस पर हामी भर दी है.