एलन मस्क और पूर्व आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर के बीच सोशल मीडिया पर बहस तब शुरू हुई जब मस्क ने ईवीएम को ख़त्म किए जाने की बात कही, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए चंद्रशेखर ने भारतीय ईवीएम को सुरक्षित बताया, लेकिन मस्क ने उनके दावे को ख़ारिज कर दिया.
कुछ मामलों में गिने गए ईवीएम के मतों की संख्या ईवीएम में डाले गए मतों की संख्या से कम है. हालांकि, इसके पीछे के कारणों को स्पष्ट करने के लिए आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी किया गया है, लेकिन कुछ मामलों में गिने गए मतों की संख्या में कमी संबंधित सीट पर जीत के अंतर का लगभग आधा है.
आदालत ने अपने फैसले में दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा कि ईवीएम में सिंबल लोडिंग प्रक्रिया पूरी होने पर सिंबल लोडिंग यूनिट को सील कर दिया जाना चाहिए और और उन्हें कम से कम 45 दिनों के लिए सहेज कर रखा जाना चाहिए.
शीर्ष अदालत में जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई कर रही है. मामले की सुनवाई कर रहे न्यायाधीशों ने कहा कि वे अभी तक नहीं भूले हैं कि जब मतपत्रों के माध्यम से वोट डाले जाते थे, तो क्या होता था.
याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि वीवीपैट और ईवीएम के बारे में विशेषज्ञों द्वारा कई चिंताएं उठाई जा चुकी हैं. पूर्व में ईवीएम और वीवीपैट वोटों की गिनती के बीच कथित विसंगतियों के बीच आवश्यक है कि सभी वीवीपैट पर्चियों की सावधानीपूर्वक गिनती की जाए.