सीबीआई ने डीएचएफएल प्रर्वतकों कपिल व धीरज वधावन तथा कंपनी के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. आरोप है कि उन्होंने बांद्रा में कंपनी की फ़र्ज़ी शाखा बनाई और 14,046 करोड़ रुपये के आवास ऋण खाते खोले. इनमें से कुछ खाते प्रधानमंत्री आवास योजना की ब्याज सब्सिडी लेने के लिए बनाए गए थे.