पीलीभीत के सेहरामऊ थाना क्षेत्र के बलविंदर सिंह 23 जनवरी को ग़ाज़ीपुर सीमा के लिए निकले थे. एक हफ़्ते बाद उनके परिवार को दिल्ली पुलिस ने फोन कर सड़क दुर्घटना में उनकी मौत के बारे में बताया. बुधवार को अंतिम संस्कार के समय उनके शव को तिरंगे में लपेटा गया था.
मामला बदायूं ज़िले के मुजरिया थाना क्षेत्र का है. ज़मीन को लेकर हुए विवाद के बाद थाने लाए गए एक 50 वर्षीय किसान की मौत हो गई. परिजनों का यह भी आरोप है कि पुलिस ने एकपक्ष पर ही कार्यवाही की, जबकि दूसरे पक्ष को छोड़ दिया गया.
केरल के पथनमथिट्टा ज़िले का मामला. 28 जुलाई को कुछ वन अधिकारियों ने वनक्षेत्र में कैमरा नष्ट करने के आरोप में मथाई नामक किसान को गिरफ़्तार किया था. कुछ घंटों बाद उसका शव एक कुएं से बरामद किया गया था. मामले में किसी की भी गिरफ़्तारी न होने की वजह से परिवार ने उनके शव का अब तक अंतिम संस्कार नहीं किया है.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जबलपुर में शिवराज सरकार की पुलिस ने 50 वर्षीय बंशी कुशवाहा नाम के किसान की बेरहमी से उस समय पिटाई की, जब वह अपने खेत में बंधी गाय को चारा-पानी देकर लौट रहा था. पिटाई से उस ग़रीब किसान की मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश के बदायूं ज़िले का मामला. परिजनों का आरोप है कि जेल में किसान को प्रताड़ित किया गया, जिससे उनकी मौत हो गई. कथित तौर पर बिजली चोरी का जुर्माना न चुका पाने पर किसान को जेल में डाल दिया गया था.
हरिद्वार के लक्सर का मामला. 65 वर्षीय किसान ईश्वर चंद शर्मा ने सुसाइड नोट में बैंक से पांच लाख का लोन दिलाने वाले बिचौलिए पर पैसों के लिए उन्हें ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है.
भिवानी के किसान ने साढ़े नौ लाख का क़र्ज़ लिया था. चेक बाउंस होने के बाद दो साल की सज़ा मिली थी. उपायुक्त ने कहा कि ज़िला प्रशासन मृतक किसान का क़र्ज़ माफ़ करने के लिए राज्य सरकार को सिफ़ारिश भेजेगा.