शंभु बॉर्डर पर 8 दिसंबर को एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए जब हरियाणा पुलिस ने 'दिल्ली चलो' मार्च कर रहे किसानों के जत्थे पर आंसू गैस के गोले छोड़े. किसान एमएसपी की गारंटी समेत अपनी अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल बीते दस दिनों से खनौरी बॉर्डर पर किसानों की मांगों को लेकर आमरण अनशन पर हैं. अब किसान संगठनों ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को लिखे पत्र में कहा है कि वे एमएसपी की गारंटी समेत उनकी अन्य मांगे पूरी करने के लिए केंद्र सरकार को दिशानिर्देश दें.
विरोध के कारणों में किसान आंदोलन प्रमुख है. कुछ निर्वाचन क्षेत्र तो ऐसे हैं जिन्हें भाजपा का गढ़ माना जाता है. विरोध का सामना जननायक जनता पार्टी को भी करना पड़ रहा है, जिसने पिछले विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा से गठबंधन कर लिया था.
भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय मीडिया विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति मंडी सांसद कंगना रनौत की उस टिप्पणी के बाद आई है जिसमें उन्होंने दावा किया था कि 'किसान आंदोलन के नाम पर भारत में बांग्लादेश जैसी अराजकता' हो सकती थी.
किसान संगठनों द्वारा फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की क़ानूनी गारंटी समेत कई मांगों को लेकर पंजाब-हरियाणा सीमा स्थित शंभू बॉर्डर पर 6 महीनों से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों और सरकार के बीच विश्वास की कमी है, सरकार को उन तक पहुंचने के लिए कदम उठाने चाहिए.
पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ के बेटे आशीष मिश्रा पर उन चार किसानों की हत्या का आरोप है, जो 2021 में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन के लिए जमा हुए थे. आरोप है कि आशीष मिश्रा से संबंधित और कथित तौर पर उनके द्वारा चलाए जा रहे एक वाहन ने प्रदर्शनकारी किसानों सहित अन्य को कुचल दिया था.
एमएसपी को लेकर धरना दे रहे किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए हरियाणा के शंभू बॉर्डर को बंद किए हुए पांच महीने से अधिक हो चुके हैं. अब हाईकोर्ट ने सरकार को तुरंत बैरिकेड हटाकर रास्ते खोलने का निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को हरियाणा पहुंचने से रोका नहीं जा सकता.
सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज के लोकनीति प्रोग्राम के तहत लोकसभा चुनाव के बाद किए गए सर्वे से पता चलता है कि हरियाणा में 61% से अधिक किसानों ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले 'इंडिया' गठबंधन को वोट दिया था.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान से पहले जारी एक पत्र में कहा कि नरेंद्र मोदी पहले पीएम हैं जिन्होंने सार्वजनिक चर्चा की गरिमा को कम किया है. इससे पहले किसी प्रधानमंत्री ने किसी ख़ास वर्ग या विपक्ष को निशाना बनाने के लिए इतने नफ़रत भरे और असभ्य शब्द नहीं कहे.
लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के दिन सुबह से ही राज्य पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों ने गुरदासपुर, जालंधर, अमृतसर, कपूरथला, नवांशहर और फरीदकोट जिलों में संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मज़दूर मोर्चा के किसान नेताओं के घरों पर पहुंचना शुरू कर दिया था.
केंद्र सरकार ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान की सरकारों को निर्देश दिया है कि वे पराली जलाने वाले किसानों की पहचान करें. केंद्र की योजना पराली जलाने वाले किसानों को एमएसपी के लाभ से वंचित करने की है.
शिरोमणि अकाली दल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत को एक संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य' माना जाता है. प्रधानमंत्री को कभी भी भारत के लोगों के बीच सांप्रदायिक नफ़रत, पारस्परिक संदेह और ज़हर फैलाने वाले बयान नहीं देने चाहिए.
पंजाब के बटाला में किसानों ने रविवार को भाजपा उम्मीदवार दिनेश बब्बू और बरनाला में पार्टी नेता अरविंद खन्ना के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया. इससे पहले फरीदकोट सीट से पार्टी उम्मीदवार हंसराज हंस, अमृतसर से तरनजीत सिंह संधू और पटियाला से परनीत कौर को किसानों की नाराज़गी का सामना करना पड़ा था.
सीएसडीएस-लोकनीति द्वारा जनता के बीच चुनावी मुद्दों को लेकर किए गए एक सर्वे में लोगों ने बेरोज़गारी, महंगाई और विकास को 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सबसे अधिक प्रासंगिक तीन मुद्दे माना है.
किसान संघों द्वारा भारतीय जनता पार्टी के विरोध में राज्य के विभिन्न गांवों में जो पोस्टर लगाए गए हैं. उनमें कई पोस्टर युवा किसान शुभकरण सिंह को समर्पित थे, जिनकी फरवरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर सुरक्षा बलों की गोली लगने से मौत हुई थी.