राष्ट्रीय राजधानी के पश्चिमी इलाके में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास स्थित चार मंज़िला व्यावसायिक इमारत में शुक्रवार शाम आग लगी. पुलिस के अनुसार, आग इमारत की पहली मंज़िल से लगनी शुरू हुई जहां सीसीटीवी कैमरा और राउटर निर्माता कंपनी का कार्यालय था. कंपनी के मालिकों- हरीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया गया है और इमारत के मालिक की पहचान मनीष लाकरा के रूप में हुई है.
मध्य प्रदेश में इंदौर शहर के विजय नगर क्षेत्र में घनी आबादी वाली स्वर्ण बाग कॉलोनी की एक रिहायशी इमारत हुआ हादसा. रहवासियों का कहना है कि फायर ब्रिगेड को तीन-चार बार कॉल किए गए, इसके बावजूद फायर ब्रिगेड करीब एक घंटे बाद पहुंची.
उत्तर पश्चिम दिल्ली के किराड़ी इलाके में रविवार देर रात एक तीन मंज़िला इमारत के भूतल में बने कपड़ा गोदाम में आग लग गई थी. नौ मृतकों में तीन बच्चे भी शामिल हैं. इससे पहले अनाज मंडी की चार मंज़िला फैक्ट्री में भीषण आग में 43 मजदूर मारे गए थे.
राजधानी दिल्ली में स्थित रानी झांसी रोड पर चार मंजिला फैक्ट्री में रविवार सुबह लगी भीषण आग में 43 श्रमिक मारे गए थे. मरने वाले अधिकतर लोग बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूर थे.
दिल्ली के अनाज मंडी में लगी आग की जांच करने पहुंची एनडीआरएफ ने कहा कि इमारत में कार्बन मोनोऑक्साइड भरने से अधिकांश लोगों की दम घुटकर हुई मौत हुई. गैस, तेल, कोयला और लकड़ी जैसे ईंधनों के पूरी तरह से नहीं जल पाने पर यह रंगहीन, गंधहीन खतरनाक गैस बनती है.
दिल्ली के अनाज मंडी के रानी झांसी रोड पर एक फैक्ट्री में आग लगने से हुआ हादसा. फैक्ट्री मालिक के ख़िलाफ़ केस दर्ज. मामले की मजिस्ट्रेट जांच करने के आदेश. सात दिन के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया.
बीते 22 जुलाई को सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल और बीएसएनएल की दिल्ली, मुंबई और कोलकाता की इमारतों में आग लगी थी. सरकार ने इन तीनों घटनाओं की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए थे.
22 जुलाई को एमटीएनएल के मुंबई स्थित बांद्रा टेलीफोन एक्सचेंज और बीएसएनएल की कोलकाता के साल्ट लेक स्थित इमारत में भीषण आग लगी थी. वहीं दिल्ली में एमटीएनएल के किदवई भवन इमारत में भी आग लगी थी.
शाहदरा के झिलमिल औद्योगिक क्षेत्र स्थित हार्डवेयर फैक्टरी में हुआ हादसा. दमकल अधिकारियों ने बताया कि आग बुझाने का काम जारी है और वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इमारत में और लोग फंसे हैं या नहीं.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुएं में रासायनिक अपशिष्ट जमा हो रहा था, जिसे साफ करने के लिए तीन सफाई कर्मचारी उतरे थे, जिनके वापस न लौटने पर दो दमकलकर्मी भी कुएं में उतरे लेकिन कोई वापस नहीं लौटा.