महाराष्ट्र: गांधी पर अभद्र टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज के ख़िलाफ़ कथित भड़काऊ भाषण का केस

धार्मिक नेता कालीचरण महाराज पर महात्मा गांधी के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में दो मामले दर्ज किए गए हैं. पुणे पुलिस ने एक कार्यक्रम में भड़काऊ भाषण देने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में कालीचरण, दक्षिणपंथी नेता मिलिंद एकबोटे और चार अन्य के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है. एकबोटे भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में आरोपी हैं.

गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी: कालीचरण महाराज ने कहा, अपने बयान पर कोई अफ़सोस नहीं

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दो दिवसीय ‘धर्म संसद’ कार्यक्रम में महात्मा गांधी पर कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए हिंदू धार्मिक नेता कालीचरण महाराज के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है. केस दर्ज होने के बाद उन्होंने कहा है कि वह गांधी को राष्ट्रपिता नहीं मानते हैं और सच बोलने की सज़ा मौत है तो वह उन्हें मंजूर है.

छत्तीसगढ़: हिंदू धार्मिक नेता के बाद सरकारी अधिकारी ने गांधी पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की

छत्तीसगढ़ शासन ने रायपुर ज़िले के सहायक खाद्य अधिकारी संजय दुबे को निलंबित कर दिया गया है. इससे पहले रायपुर में दो दिवसीय ‘धर्म संसद’ कार्यक्रम में महात्मा गांधी पर हिंदू धार्मिक नेता कालीचरण महाराज ने कथित अपमानजनक टिप्पणी की थी. रायपुर में केस दर्ज होने के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने कालीचरण के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है.

छत्तीसगढ़: ‘धर्म संसद’ में महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए गोडसे की सराहना, केस दर्ज

रायपुर में 25-26 दिसंबर को आयोजित दो दिवसीय 'धर्म संसद' में 20 हिंदू धर्मगुरुओं ने शिरकत की थी. इस दौरान 'सनातनी हिंदुओं से हथियार उठाने की' अपील की गई और 'हिंदू राष्ट्र की स्थापना के लिए तैयार रहने' को भी कहा गया.

मध्य प्रदेश: ‘गोडसे के अनुयायी’ को कांग्रेस में शामिल करने का विरोध

मध्य प्रदेश में नगर निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस की ओर से यह फैसला किया गया है. इस फैसले का बचाव करते हुए पार्टी नेता कमलनाथ ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी हमारी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं तो वे शामिल हो सकते हैं. अगर कोई सुधार करना चाहता है, तो वे आ सकते हैं.

मैं मोहनदास करमचंद गांधी अब राष्ट्रपिता नहीं कहलाना चाहता…

आज राष्ट्र को वास्तविक पिता की ज़रूरत है, मेरे जैसे सिर्फ नाम के पिता से काम नहीं चलने वाला है. आज बड़े-बड़े फ़ैसले हो रहे हैं. छप्पन इंच की छाती दिखानी पड़ रही है. ऐसा पिता जो पब्लिक को कभी थप्पड़ दिखाए तो कभी लॉलीपॉप, पर अपने तय किए रास्ते पर ही राष्ट्र को ठेलता जाए. मैं ऐसे राष्ट्रपिता की ज़रूरत कैसे पूरी कर सकता हूं?

बदहवास भारत में भाषा का भसान

जो गांधी के विचारों के समर्थक और शांति के पैरोकार हैं, ख़ुद एक दिमाग़ी बुखार में गिरफ़्तार हैं. हिंसा हमारा स्वभाव हो गई है. हम हमला करने का पहला मौका छोड़ना नहीं चाहते. पढ़ने-सुनने के लिए जो समय और धीरज चाहिए, हमने वह जानबूझकर गंवा दिया है.

प्रज्ञा ठाकुर को पार्टी से बाहर निकालकर भाजपा को निभाना चाहिए राजधर्म: कैलाश सत्यार्थी

शांति के क्षेत्र में नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की थी लेकिन प्रज्ञा ठाकुर जैसे लोग गांधी की आत्मा की हत्या कर रहे हैं.