दार्जिलिंग: केंद्र द्वारा पहाड़ी क्षेत्र की अनदेखी पर जीएनएलएफ ने भाजपा के विरोध में काले झंडे लगाए

गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) 2019 से भारतीय जनता पार्टी का सहयोगी है. भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनावों के घोषणापत्र में दार्जिलिंग के पहाड़ी क्षेत्र को स्थायी राजनीतिक समाधान देने और 11 गोरखा समुदायों को आदिवासी समुदाय का दर्जा देने का वादा किया था.

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गोरखा जनमुक्ति मोर्चा सुप्रीमो बिमल गुरूंग कहा कि उनका संगठन तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन करेगा और 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा का चुनाव भाजपा के ख़िलाफ़ लड़ेगा. गुरूंग दार्जिलिंग में गोरखालैंड के लिए आंदोलन के बाद 2017 से फ़रार चल रहे हैं.

पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख ने कहा, हमने कभी गोरखालैंड का वादा नहीं किया

साल 2019 के पार्टी घोषणापत्र में भाजपा ने गोरखालैंड का उल्लेख किए बिना 'दार्जिलिंग हिल्स, सिलीगुड़ी तराई और डुआर्स क्षेत्र' के मुद्दे पर स्थायी राजनीतिक समाधान का वादा किया गया था. 2014 के लोकसभा चुनाव के समय नरेंद्र मोदी ने अपने एक भाषण में कहा था, 'गोरखा का सपना, मेरा सपना'.