प्रमोद सावंत ने कोंकणी भाषा में शपथ ग्रहण की. राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में यह उनका दूसरा कार्यकाल है. वह मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद पहली बार मार्च 2019 में मुख्यमंत्री बने थे. हाल में हुए चुनाव में भाजपा ने 20 सीट पर जीत हासिल की, जो 40 सदस्यीय सदन में बहुमत से एक कम है. तीन निर्दलीय विधायकों और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के दो विधायकों ने भाजपा को समर्थन दिया है.
इससे पहले गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत द्वारा बलात्कार पीड़िताओं को लेकर दिए गए उस बयान की जमकर आलोचना हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि जब 14 साल के बच्चे पूरी रात समुद्र तट पर रहते हैं तो माता-पिता को आत्ममंथन करने की ज़रूरत है. आलोचनाओं के बाद उन्होंने कहा कि उनके बयान को संदर्भ से बाहर करके देखा गया.