बीते दिनों अयोध्या के विश्वस्तरीय विकास के सरकारी दावे को ‘थका और बासी तर्क’ क़रार देते हुए शहर के प्रतिष्ठित आध्यात्मिक विचारक आचार्य मिथिलेशनन्दिनी शरण ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अयोध्या के भाजपा सांसद, विधायक आदि को टैग करते हुए लिखा कि बात यहां की सड़कें चौड़ी होने और निम्न-मध्य आय वर्ग के विस्थापित होने की आर्थिक-सामाजिक चिंताओं भर की नहीं है.
भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने एक बयान में कहा है कि कोई भी व्यक्ति राम, हनुमान या हिंदू धर्म पर आस्था रखता है या रख सकता है, अंतर सिर्फ़ इतना है कि इन पर हमारी आस्था राजनीतिक लाभ-हानि से परे होती है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने निवेश के लिए प्रोत्साहित करते हुए भारतीय उद्योगों से 'हनुमान' की तरह उनकी ताक़त पहचानने की बात कही है. कारोबार अपनी क्षमता बढ़ा भी लें, पर भारतीय उपभोक्ता की आय नहीं बढ़ रही है और खपत आधारित वृद्धि अब तक के सबसे निचले स्तर पर है.
वीडियो: हनुमान चालीसा और अज़ान को लेकर चल रहे विवाद पर उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कह दिया है कि हनुमानजी जाट जाति से हैं और साथ ही कहा कि आप उनके बारे में क्या बात करेंगे, हम उनके बच्चे हैं. उनसे बड़ा कोई नहीं है. वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान का नज़रिया.
बजरंग दल को कृष्ण और गोपियों या राधा की रति-क्रीड़ा या किसी अन्य देवी-देवता के शृंगारिक प्रसंगों के चित्रण से परेशानी है तो वे भारत के उस महान साहित्य का क्या करेंगे जो ऐसे संदर्भों से भरा पड़ा है? वे कालिदास के ‘कुमारसंभवम्’ का क्या करेंगे जिसमें शिव-पार्वती की रति-क्रीड़ा विस्तार से वर्णित है. संस्कृत काव्यों के उन मंगलाचरणों का क्या करेंगे जिनमें देवी-देवताओं के शारीरिक प्रसंगों का उद्दाम व सूक्ष्म वर्णन है?
कर्नाटक का ये दावा है कि हनुमान का जन्म कोप्पल ज़िले में ऐनेगुंडी के पास किष्किन्धा में अंजनाद्रि पहाड़ी पर हुआ था. वहीं, आंध्र प्रदेश ने कहा है कि तिरुपति की सात पहाड़ियों में से एक हनुमान का जन्मस्थान है, जिसे अंजनाद्रि भी कहा जाता है. तिरुमला तिरुपति देवस्थानम ने पिछले साल दिसंबर में विद्वानों की एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया था, जो 21 अप्रैल तक अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है.
शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने कहा कि रामभक्त हनुमान का अपमान करने वाले लोग उस राजनीतिक दल से जुड़े हैं जो स्वयं को हिंदू अस्मिता का रक्षक बताता है. एक ओर पार्टी राम मंदिर पर शीर्ष अदालत में जल्द सुनवाई की मांग कर रही है, वहीं दूसरी ओर बजरंग बली का अपमान कर रही है.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि भाजपा ने हनुमान जी की जाति बतानी शुरू की जिससे नाराज़ होकर उन्होंने अपनी पूंछ के बल पर उनकी तीन राज्यों की सरकार छीन ली.
राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान को दलित बताया था, जिसके बाद विभिन्न नेता हनुमान की जाति की अपने हिसाब से व्याख्या करने लगे हैं.
हनुमान की यह छवि रचने वाले कलाकार करण आचार्य का कहना है कि उनके हनुमान शक्तिशाली हैं न कि दमनकारी. लेकिन जो इसे गर्व के साथ जोड़कर देख रहे हैं, वे शायद बिल्कुल ऐसा नहीं सोचते.