भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा था कि सालभर के किसान आंदोलन के बाद निरस्त किए गए विवादास्पद तीन कृषि क़ानूनों को वापस लाया जाना चाहिए. भाजपा ने उनकी टिप्पणी से ख़ुद को अलग करते हुए कहा कि कंगना पार्टी की ओर से इस तरह के बयान देने के लिए 'अधिकृत' नहीं हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने नायब सिंह सैनी को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाया है, बावजूद इसके पार्टी के अन्य नेता दावेदारी पेश करते देखे गए हैं. वहीं, कांग्रेस ने सीएम चेहरा तो घोषित नहीं किया है, लेकिन पार्टी के फ़ैसलों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा की निर्णायक भूमिका काफ़ी कुछ कह देती है.
समय-समय पर जारी सरकारी रिपोर्टों, निजी संगठनों के श्रम बल के आंकड़ों और रोज़गार बाजार के रुझानों से विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस, को यह विश्वास मिला है कि बेरोज़गारी का मुद्दा उठाकर वह भाजपा को सत्ता में वापसी करने से रोक सकते हैं.
विरोध के कारणों में किसान आंदोलन प्रमुख है. कुछ निर्वाचन क्षेत्र तो ऐसे हैं जिन्हें भाजपा का गढ़ माना जाता है. विरोध का सामना जननायक जनता पार्टी को भी करना पड़ रहा है, जिसने पिछले विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा से गठबंधन कर लिया था.
हरियाणा के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री अनिल विज 6 बार के विधायक हैं और अंबाला छावनी सीट से उम्मीदवार हैं. हालांकि, भाजपा पहले ही मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम का ऐलान कर चुकी है.
हरियाणा में फिर से सत्ता में वापसी के लिए प्रयासरत भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को अपना चेहरा बनाया है, लेकिन केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी स्वयं को मुख्यमंत्री के दावेदार के रूप में पेश कर रहे हैं.
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन पर बातचीत विफल रही, जिसके बाद आप ने सोमवार को इसके उम्मीदवारों की पहली और मंगलवार को दूसरी सूची जारी कर दी. 5 अक्टूबर को होने वाले चुनावों के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर है.
हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा द्वारा 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी किए जाने के कुछ ही घंटों के भीतर पार्टी में ख़ासी बगावत देखने को मिली, जहां कइयों ने टिकट न मिलने पर इस्तीफ़ा दे दिया वहीं कुछ अन्य नेता स्वतंत्र रूप से चुनावी मैदान में उतरने की सोच रहे हैं.
मुसलमानों पर हिंसा करने वाले हिंदू कम हो सकते हैं. लेकिन एक सच यह भी है कि हिंदुओं में बहुलांश को मुसलमानों पर हिंसा से फ़र्क नहीं पड़ता.
सुनील सांगवान के सुनारिया जेल अधीक्षक रहने के दौरान बलात्कार और हत्या के दोषी गुरमीत राम रहीम सिंह को छह बार पैरोल या फरलो पर रिहा किया गया था. हरियाणा सदाचारी बंदी (अस्थायी रिहाई) अधिनियम जेल अधीक्षक को कैदियों को पैरोल या फरलो देने के लिए मामलों की सिफारिश जिला मजिस्ट्रेट से करने का अधिकार देता है.
घटना 23 अगस्त को फरीदाबाद में हुई, जहां दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर गढ़पुरी के पास गोरक्षक समूह के सदस्यों ने दोस्तों के साथ जा रहे 12वीं कक्षा के एक छात्र की गाड़ी का पीछा कर फायरिंग की, जिसमें लड़के की मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ़्तार किया है.
मृतक साबिर पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे और पिछले 3 सालों से अपनी पत्नी के साथ हरियाणा में कबाड़ बीनने का काम कर रहे थे. पुलिस के मुताबिक, आरोपी गोरक्षक दल के सदस्य थे और उन्हें संदेह था कि साबिर ने गोमांस खाया है.
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और जननायक जनता पार्टी नेता दुष्यंत चौटाला ने आगामी चुनावों में भाजपा के साथ गठबंधन न करने की बात कहते हुए जोड़ा कि उनकी पार्टी आने वाले दिनों में राज्य की सबसे महत्वपूर्ण पार्टी होगी.
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को इस साल दूसरी बार जेल से बाहर आने की अनुमति मिली है. उनकी रिहाई हरियाणा में इस अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले हुई है. बीते कुछ सालों में वह लगातार विभिन्न चुनावों के समय जेल से बाहर आते रहे हैं.
इस योजना ने इन गांवों और युवाओं का जीवन किस तरह प्रभावित किया है? क्या अब ये फौजियों के गांव नहीं कहलाए जाएंगे? जीवन का एकमात्र सपना बिखर जाने के बाद ये युवक अब क्या कर रहे हैं? क्या सेना को इस योजना की आवश्यकता है? क्या सेना के आधुनिकीकरण के लिए यह एक अनिवार्य कदम है?
इन प्रश्नों की पड़ताल के लिए द वायर ने देश के ऐसे कई इलाकों की यात्रा की. इस सिलसिले में पहली क़िस्त हरियाणा