नूंह के मेव मुसलमान सदियों से क्षेत्र के हिंदुओं के साथ घनिष्ठ संबंध और सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन साझा करते आए हैं, लेकिन 2017 के बाद से शुरू हुईं लिंचिंग की घटनाओं और नफ़रत के चलते होने वाली हिंसा ने इस रिश्ते में दरार डाल दी है.
31 जुलाई को नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद से किसानों ने हरियाणा में सांप्रदायिकता का मुक़ाबला करने के लिए क्षेत्र में तीन बड़ी बैठकें की हैं. इसके अलावा खाप पंचायतों की इसी तरह की 20 से अधिक बैठकें हो चुकी हैं. किसान संगठनों का कहना है कि आगामी राज्य और संसदीय चुनावों से पहले लोग ‘ध्रुवीकरण को रोकने के लिए एकजुट’ हो गए हैं.
गुड़गांव के सेक्टर 69 की एक चाय की दुकान की दीवार पर ये आपत्तिजनक पोस्टर चिपकाए गए थे, जिनमें मुसलमानों से सोमवार तक जगह छोड़ने वरना परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी. हालांकि दुकान के मालिक ने कबाड़ का काम करने वाले एक व्यक्ति पर इसका संदेह जताया है, जिससे कुछ दिन पहले उनका विवाद हुआ था.
क्या बुद्धिजीवी वर्ग को पालतू बनाए रखने की सरकार की कोशिश या विश्वविद्यालयों में इंटेलिजेंस ब्यूरो को भेजने की उनकी हिमाक़त उसकी बढ़ती बदहवासी का सबूत है, या उसे यह एहसास हो गया है कि भारत एक व्यापक जनांदोलन की दहलीज़ पर बैठा है.
वीडियो: नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद प्रशासन ने हज़ार से अधिक घर और दुकानें ध्वस्त किए थे, जिनमें से अधिकांश मुस्लिम समुदाय से आने वाले लोगों के थे. हालांकि, इस कार्रवाई की ज़द में शहर से 25 किलोमीटर दूर बना एक स्मारक भी आया, जो 1857 में स्वतंत्रता की पहली लड़ाई के शहीदों की याद में बनाया गया था.
नूंह प्रशासन ने 28 अगस्त को प्रस्तावित विश्व हिंदू परिषद की 'ब्रज मंडल यात्रा' को आधिकारिक तौर पर अनुमति देने से इनकार कर दिया है. इसके पहले 31 जुलाई को दक्षिणपंथी संगठनों की यात्रा के दौरान नूंह और आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी.
हरियाणा की अशोका यूनिवर्सिटी के शिक्षक सब्यसाची दास ने एक रिसर्च पेपर में 2019 के लोकसभा चुनाव में ‘हेरफेर’ की संभावना ज़ाहिर की थी, जिस पर विवाद के बाद उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया था. सोमवार को इंटेलिजेंस ब्यूरो के कर्मचारी उनसे बात करने के उद्देश्य से यूनिवर्सिटी पहुंचे थे.
पंजाब में संगरूर ज़िले के लोंगोवाल का मामला. बीते जुलाई महीने में पंजाब और हरियाणा में बाढ़ आई थी, जिसके परिणामस्वरूप किसानों को भयानक वित्तीय नुकसान हुआ. तब से किसान संगठन बाढ़ प्रभावितों के लिए मुआवज़े की मांग कर रहे हैं. चंडीगढ़ में विरोध प्रदर्शन से पहले कई किसान नेताओं को हिरासत में भी लिया गया है.
वीडियो: हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के बाद हुई ध्वस्तीकरण कार्रवाई में घरों के साथ सरकारी अस्पताल के सामने बनी 45 दुकानें भी तोड़ी गई थीं. इनमें से 15 दुकानों के मालिक नवाब शेख़ का कहना है कि उनके पास कोर्ट का स्टे ऑर्डर था, लेकिन फिर भी अधिकारियों ने उनकी नहीं सुनी. उनसे और स्थानीय लोगों से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
वीडियो: हरियाणा के मेवात क्षेत्र के नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा और उसके बाद हुई 'बुलडोज़र कार्रवाई' को स्थानीय वकीलों की एक फैक्ट-फाइंडिंग टीम ने दर्ज किया है. इन वकीलों से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
पुलिस ने बताया कि 22 वर्षीय युवती ने पिछले साल दिसंबर में दूसरी जाति के युवक से शादी कर ली थी, जिससे उनके परिजन नाराज़ थे. पुलिस ने युवती के माता-पिता, भाई और उसकी पत्नी के ख़िलाफ़ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है. हत्या में भाई की पत्नी की भूमिका की जांच की जा रही है.
हरियाणा सरकार में मंत्री और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह पर एक महिला जूनियर एथलेटिक कोच द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जाने के बाद उनके ख़िलाफ़ केस दर्ज हुआ था. इसी हफ्ते खेल विभाग द्वारा निलंबित की गईं कोच का कहना है कि उन पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है.
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अशोका यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के शिक्षक सब्यसाची दास ने एक रिसर्च पेपर में 2019 के लोकसभा चुनाव में ‘हेरफेर’ की संभावना ज़ाहिर की थी, जिस पर विवाद के बाद उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया. अब अर्थशास्त्र विभाग ने कहा है कि इस पेपर पर विश्वविद्यालय की गवर्निंग बॉडी की प्रतिक्रिया संस्थागत उत्पीड़न है.
बीते 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह शहर में विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू दक्षिणपंथी समूहों द्वारा निकाली गई एक धार्मिक यात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी. इस दौरान छह लोगों की मौत हो गई थी. अब कुछ दक्षिणपंथी समूहों ने घोषणा की है कि वे नूंह में धार्मिक यात्रा ‘फिर से शुरू’ करेंगे.