स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट के अध्ययन के मुताबिक पहली बार दो एशियाई देश- भारत और चीन सैन्य साज़ो-सामान पर अधिक ख़र्च करने वाले दुनिया के शीर्ष तीन देशों में शामिल हुए हैं.
पत्रकारों के संगठनों का आरोप है कि कई मीडिया संस्थानों ने कोविड-19 की वजह से लॉकडाउन के दौरान कर्मचारियों को नौकरी से हटाने, वेतन में कटौती करने और उन्हें बिना वेतन के छुट्टी पर जाने के नोटिस दिए हैं.
केंद्र सरकार की ओर से दिए गए आंकड़ों के अनुसार, देश भर में 183 ज़िलों में 100 से कम आइसोलेशन बेड हैं और इनमें से 67 ज़िलों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आए हैं. सबसे ख़राब स्थिति उत्तर प्रदेश, बिहार और असम की है.
भारत में लॉकडाउन होने के बाद बीते पच्चीस दिनों से महराजगंज ज़िले के सोनौली, नौतनवां और बढ़नी में रह रहे नेपाली नागरिकों बीते शुक्रवार और शनिवार को दो चक्रों में नेपाल भेजा गया. वहीं नेपाल से भी 188 भारतीय वापस देश में आए हैं.
मामला कर्नाटक के बेंगलुरु का है. अस्पताल के मुताबिक, शुक्रवार को व्यक्ति को श्वसन संबंधी शिकायतों के साथ अस्पताल में भर्ती किया गया था.
कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित देश अमेरिका में क़रीब 55 हज़ार लोगों की मौत. सिंगापुर में भारतीयों सहित विदेशी कामगार सबसे अधिक प्रभावित. मेक्सिको ने तीन हज़ार से अधिक शरणार्थियों को वापस उनके देश भेजा. जापान ने अब तक 70 से अधिक देशों से आने वाले लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया.
आगरा के जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह ने कहा कि यह कुछ दिन पहले की घटना है और अब सब कुछ ठीक है. अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि भोजन वितरित करने में थोड़ी देरी हुई जिसके कारण क्वारंटाइन सेंटर में रहने वाले लोग कुछ बेचैन हो गए.
देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के बाद विभिन्न क्षेत्रों में सड़क किनारे या झुग्गी-बस्तियों में ज़िंदगी बिता रहे लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गईं. हरियाणा के नूंह ज़िले के कुछ ऐसे ही मेहनतक़श परिवार केवल समाज के रहम पर दिन गुज़ार रहे हैं.
मामला दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचने के बाद केंद्र सरकार ने कहा है कि वे पता लगाएंगे कि भारतीय नागरिकों के शव कहां और किस हालत में हैं.
विश्व में कई स्थानों पर लॉकडाउन में राहत, हालांकि विशेषज्ञ ढील देने के पक्ष में नहीं. चीन के स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि पिछले 10 दिनों से देश में कोई मौत नहीं हुई. जर्मनी में लोगों ने लॉकडाउन के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया. व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण की कमी को लेकर पाकिस्तान के चिकित्साकर्मियों का विरोध नौ दिन से जारी.
उत्तर प्रदेश के आगरा के मेयर नवीन जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा है कि हॉट स्पाट एरिया में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों में कई-कई दिनों तक जांच नहीं हो पा रही. न ही मरीजों के लिए भोजन पानी का उचित प्रबंध हो पा रहा है.
अधिकारियों ने कहा कि जिन लोगों पर से जन सुरक्षा कानून हटाया गया है, उनमें एक प्रमुख व्यक्ति कश्मीर व्यापार एवं विनिर्माण संघ और कश्मीर इकोनॉमिक अलायंस के मुखिया का नाम भी शामिल है.
इस वायरस ने इस दुनिया को पूरी तरह से छिन्न-भिन्न कर डाला है. इसने हमारे समय की उन नाइंसाफ़ियों से रूबरू करवाया है, जो हमारी अर्थव्यवस्था और राजनीति की बेमिसाल क्रूरता दर्शाती हैं.
उत्तर प्रदेश सरकार के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने कहा है कि यह फैसला राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रण में रखने के इरादे से लिया गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि कोरोना वायरस के मामले दोगुने होने की दर इस सप्ताह की शुरुआत में 7.5 दिन से सुधरकर 10 दिन हो गई है. बीते 28 दिन में 15 ज़िलों में कोई नया मामला नहीं आया है और 23 राज्यों के 80 ज़िले ऐसे हैं, जिनमें बीते 14 दिन में संक्रमण का कोई मामला नहीं आया है.