भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,33,78,234 हो गई है और इस महामारी की चपेट में आकर अब तक 5,24,974 लोग जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के 54.29 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और 63.27 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 4,33,62,294 हो गए हैं और मृतकों का आंकड़ा 5,24,954 पर पहुंच गया है. विश्व में संक्रमण के 54.21 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और अब तक 63.26 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,33,44,958 हो गई है और इस महामारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 5,24,941 है. विश्व में संक्रमण के 54.13 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 63.24 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
बीते 24 घंटे के दौरान भारत में कोरोना वायरस के 12,249 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमण का आंकड़ा 4,33,31,645 हो गया है और इस अवधि 13 और लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 5,24,903 पर पहुंच चुकी है.
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के स्टर्न सेंटर फॉर बिजनेस एंड ह्यूमन राइट्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा और अन्य दक्षिणपंथी हिंदू राष्ट्रवादी समूह समर्थकों द्वारा 'मुसलमानों को निशाना बनाना' देश में 'यूट्यूब का सबसे परेशान करने वाला दुरुपयोग' है. रिपोर्ट में ‘सुल्ली डील्स’ और ‘बुली बाई’ जैसे ऐप्स का हवाला देते हुए मुस्लिम महिलाओं की ‘बिक्री’ और उन्हें बलात्कार की धमकी देने की घटनाओं को भी रेखांकित किया गया है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 4,33,19,396 हो गए हैं और मृतकों का आंकड़ा 5,24,890 पर पहुंच गया है. विश्व में संक्रमण के 53.97 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और इस महामारी की चपेट में आकर जान गंवाने वालों का आंकड़ा 63.20 लाख से अधिक हो चुका है.
अतीत में मुसलमानों को सज़ा देने के लिए क़त्लेआम किया जाता था, भीड़ उन्हें पीट-पीटकर मार डालती थी, उनको निशाना बनाकर हत्याएं होती थीं, वे हिरासतों, फ़र्ज़ी पुलिस मुठभेड़ों में मारे जाते या झूठे आरोपों में क़ैद किए जाते थे. अब उनकी संपत्तियों को बुलडोज़र से ढहा देना इस फेहरिस्त में जुड़ा एक नया हथियार है.
फेडरेशन ऑफ इंडियन पेट्रोलियम इंडस्ट्री ने निजी ईंधन खुदरा विक्रेताओं को राहत प्रदान करने, उनके लिए एक अधिक व्यवहार्य निवेश वातावरण बनाने और इस क्षेत्र में निवेश, रोज़गार सृजन को आकर्षित करने के लिए पेट्रोलियम मंत्रालय के हस्तक्षेप की मांग की है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी छत्तीसगढ़ को पर्याप्त ईंधन देने के लिए केंद्र को पत्र लिखा है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 4,33,09,473 हो गए हैं और मृतकों का आंकड़ा 5,24,873 पर पहुंच गया है. विश्व में संक्रमण के 53.89 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और इस महामारी की चपेट में आकर जान गंवाने वालों का आंकड़ा 63.18 लाख से अधिक हो चुका है.
पुस्तक समीक्षा: उर्दू की प्रसिद्ध आलोचक अर्जुमंद आरा द्वारा किए गए सारा शगुफ़्ता की नज़्मों के संग्रह- ‘आंखें’ और ‘नींद का रंग’ के हिंदी लिप्यंतरण हाल में प्रकाशित हुए हैं. ये किताबें शायरी के संसार में उपेक्षा का शिकार रहीं सारा और अपनी नज़र से समाज को देखती-बरतती औरतों से दुनिया को रूबरू करवाने की कोशिश हैं.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,32,96,692 हो गई है और इस महामारी के कारण अब तक 5,24,855 लोग जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के 53.86 करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और 63.18 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है.
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में हिंसा, मानवाधिकार हनन, खाद्य असुरक्षा, जलवायु संकट, यूक्रेन में युद्ध और अन्य आपात स्थितियों के कारण दुनियाभर में 10 करोड़ लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हुए. एजेंसी ने कहा कि बीते दशक में हर वर्ष घर छोड़ने के लिए मजबूर होने वाले लोगों की संख्या दोगुनी हुई है.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,32,83,793 हो गई है और इस महामारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 5,24,840 है. विश्व में संक्रमण के 53.84 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 63.17 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
पिछले हफ़्ते सीलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के अध्यक्ष ने एक संसदीय समिति के सामने कहा था कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को मन्नार के एक पावर प्रोजेक्ट को अडानी समूह को देने को कहा था. इसके बाद उन्होंने बयान वापस ले लिया और अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया. अब लोगों ने अडानी समूह को परियोजना देने में पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाए हैं.
साल 2021 के दौरान स्विट्ज़रलैंड के बैंकों में भारतीयों कंपनियों और लोगों के धन में पचास फीसदी की वृद्धि देखी गई है और यह 14 साल के उच्चस्तर 3.83 अरब स्विस फ्रैंक (30,500 करोड़ रुपये से अधिक) पर पहुंच गया है. साल 2020 के अंत तक यह आंकड़ा 2.55 अरब स्विस फ्रैंक था.