अमेरिकी अख़बार द वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जिस समय अमेरिकी नागरिक और खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साज़िश हुई, उस समय तत्कालीन रॉ प्रमुख सामंत गोयल पर 'विदेशों में रह रहे सिख कट्टरपंथियों को ख़त्म करने का काफी दबाव था.'
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर के अनुसार, अमेरिका भारत सरकार को पन्नू मामले में पूरी जांच करते देखना चाहता है और वह इस जांच के परिणामों की प्रतीक्षा कर रहा है.