18 मार्च 1965 को एलेक्सी लियोनोव ने वोस्कोड-2 मिशन के दौरान यान से बाहर निकलकर 12 मिनट नौ सेंकेंड तक अंतरिक्ष में चहलकदमी कर इतिहास रचा था.
नासा के एडमिनिस्ट्रेटर जिम ब्राइडेंस्टाइन ने कहा कि भारत द्वारा मार गिराए गए उपग्रह से अंतरिक्ष में 400 टुकड़ों का मलबा फैल गया, जिससे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर ख़तरा 44 फीसदी तक बढ़ गया है.
यह नया जीव सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में ही मिलता है. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर इस बैक्टीरिया को सोलीबैकिलस कलामी नाम दिया गया है.