सरकारी जांच एजेंसियों द्वारा छापे मारे जाने और गिरफ़्तारी के डर के चलते अधिकतर लोग चुप रहने का ही विकल्प चुनेंगे.
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड द्वारा अभिनेता सोनू सूद और उनके संगठन पर 20 करोड़ रुपये की कर चोरी का आरोप लगाए जाने के बाद उन्होंने यह बयान जारी किया है. अभिनेता और उनके लखनऊ स्थित रियल एस्टेट फर्म पर आयकर विभाग की छापेमारी के बाद बोर्ड ने दावा किया था कि यह पाया गया है कि सोनू सूद ने कई फ़र्ज़ी संस्थाओं से फ़ज़ी तरीके से ऋण के रूप में ‘बेनामी आय’ अर्जित की.
आयकर विभाग ने अभिनेता सोनू सूद के घर और लखनऊ स्थित कारोबारी समूह के परिसरों पर 15 सितंबर को छापेमारी की थी. सीबीडीटी का कहना है कि सोनू सूद और उनके सहयोगियों के परिसरों की छापेमारी के दौरान कर चोरी से संबंधित साक्ष्य मिले हैं.
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी और अमित शाह एंड कंपनी की जो सरकार है, मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि उनके सत्ता में आने के बाद अरबों-खरबों की संपत्ति उनकी पार्टी के दफ्तरों के लिए कहां से आई, उसका भी खुलासा होना चाहिए. क्या यह बेनामी पैसे से खरीदी गई संपत्ति नहीं है?’
दिल्ली की बेनामी निषेध इकाई ने 16 जुलाई को मायावती के भाई और बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद कुमार और उनकी पत्नी के मालिकाना हक़ वाले सात एकड़ के भूखंड को ज़ब्त करने का आदेश जारी किया था. आयकर विभाग उनकी संपत्तियों से जुड़े मामलों की जांच कर रहा है.