वीडियो: 2022 में हनुमान जयंती के मौक़े पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में निकली शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसक झड़प के बाद कई दिनों तक तनाव रहा था. ऐसा फिर न हो, इसलिए इस साल सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए थे. इसके बावजूद जहांगीरपुरी में निराशा देखने को मिली.
गुरुवार को रामनवमी के अवसर पर महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, कर्नाटक, बिहार, गुजरात राज्यों से दो समुदायों के बीच झड़प की खबरें आई हैं. महाराष्ट्र के संभाजीनगर, पश्चिम बंगाल के डलखोला और कर्नाटक के हासन में सांप्रदायिक टकराव में लोगों की जान गंवाने की भी सूचनाएं आई हैं.
वीडियो: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के दिन हुई सांप्रदायिक हिंसा और फिर अतिक्रमण अभियान चलाए जाने के बाद यहां के मुस्लिम निवासियों ने पुलिस द्वारा उत्पीड़न और हिरासत के डर को लेकर द वायर से बातचीत की.
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा से जुड़ीं कई याचिकाओं की सुनवाई करते हुए अदालत ने कहा कि ऐसा लगता है कि इस मुद्दे को वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर दिया है और अगर पुलिसकर्मियों की मिलीभगत थी, तो इसकी जांच करने की आवश्यकता है. अदालत ने पूछा कि पुलिस अधिकारी एक अवैध जुलूस को रोकने के बजाय उसके साथ क्यों चल रहे थे?
वीडियो: बीते दिनों दक्षिण दिल्ली के पार्षद केके शुक्ला ने जैतपुर का दौरा कर दावा किया कि इस क्षेत्र में बांग्लादेशी और रोहिंग्या रहते हैं और इस क्षेत्र से अतिक्रमण को हटाया जाना चाहिए. द वायर की टीम ने जैतपुर जाकर यह जानने के की कोशिश की कि क्या वहां रहने वाले रोहिंग्या हैं.
विभिन्न शहरों में दो समुदायों के बीच हालिया हिंसक झड़पों पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के प्रमुख इकबाल सिंह लालपुरा ने कहा कि कोई राजनीतिक दल नहीं, बल्कि कुछ लोग देश में शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे लोगों की पहचान की जानी चाहिए और उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जानी चाहिए. हालांकि उन्होंने पंजाब के पटियाला में बीते दिनों हुई हिंसक झड़प पर कहा कि राज्य सरकार इसे रोक सकती थी.
दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी इलाके में 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर निकाले गए शोभायात्रा के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में अब तक 32 लोग पकड़े जा चुके हैं, जिनमें तीन नाबालिग भी शामिल हैं.
हमारी दुनिया में कितनी भी मायूसी हो, चाहे जितनी भी नफ़रत पैदा की जा रही हो, उम्मीद और प्रेम के उजालों में चलकर ही कहीं पहुंचा जा सकता है.
वीडियो: हाल के दिनों में देश में लगातार बढ़ी सांप्रदायिक हिंसा और तनाव की घटनाओं के मद्देनज़र सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस दीपक गुप्ता से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
दिल्ली के जहांगीरपुरी में बीते 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई थी, जिसमें आठ पुलिसकर्मी और एक स्थानीय निवासी घायल हो गया था. पुलिस ने बताया कि इस मामले में अब तक 30 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है, जिनमें से तीन नाबालिग हैं.
वीडियो: बीते कुछ हफ्तों में पूरे भारत में विशेष रूप से मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में सांप्रदायिक हिंसा के बाद दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में ही ऐसी ही घटना हुई. इन घटनाओं पर दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अपूर्वानंद का नज़रिया.
वीडियो: सांप्रदायिक हिंसा के बाद बीते 20 अप्रैल को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया है. क्या उत्तर दिल्ली नगर निगम ने यहां के लोगों को तोड़फोड़ से पहले कोई नोटिस दिया था और वे क़ानूनी रूप से रह रहे थे या यह अतिक्रमण था? इन मुद्दों पर द वायर के याक़ूत अली की रिपोर्ट.
जस्टिस एल. नागेश्वर राव और जस्टिस बीआर गवई की पीठ ने अधिवक्ता विशाल तिवारी की ओर से दायर जनहित याचिका ख़ारिज करते हुए कहा, 'आप चाहते हैं कि जांच की अगुआई पूर्व चीफ जस्टिस करें? क्या कोई फ्री है? पता करिए, यह कैसी राहत है. ऐसी राहत मत मांगिए जो इस अदालत द्वारा दी नहीं जा सके.'
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के दिन दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी. जिसके बाद इलाके में तनाव के माहौल के चलते कर्फ्यू लगा दिया गया था. स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि इस तिरंगा यात्रा से इलाके में शांति बहाल करने में मदद मिलेगी.
वीडियो: उत्तरी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में बीते 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर निकले जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी. इसके अगले दिन शाम तक पुलिस ने 22 लोगों को हिंसा के लिए गिरफ़्तार किया था और ये सभी मुसलमान हैं.