आरोप है कि उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर ज़िले के जलालाबाद में 18 साल पहले अक्टूबर 2004 में तत्कालीन एसपी सहित 18 पुलिसकर्मियों ने दो ग्रामीणों को पकड़कर उनके गले में कारतूस की पेटी बांधकर तथा एक-एक बंदूक दोनों के कंधे पर लटकाकर उन्हें गोलियों से भून दिया था. बाद में पुलिसकर्मियों ने उन्हें डकैतों के गिरोह का सदस्य बता दिया था. अदालत के आदेश के बाद इनके ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है.
जलालाबाद के फाजिल्का में यह घटना उस समय हुई, जब सुखबीर बादल अकाली दल के उम्मीदवारों के साथ आगामी निकाय चुनाव का नामांकन पत्र दाखिल करने एसडीएम ऑफिस जा रहे थे. अकाली दल ने सत्तारूढ़ कांग्रेस के एक विधायक के बेटे पर यह हमला करने का आरोप लगाया है.