कश्मीर में चोटी काटने की अब तक 100 घटनाएं, शैक्षणिक संस्थाएं दो दिन के लिए बंद

इन घटनाओं से जुड़ी अफवाह उड़ाने के संबंध में कश्मीर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया. घटनाओं को लेकर घाटी में प्रदर्शन जारी.

कश्मीर में सेना बैरकों में वापस चली जाए, मरहम का काम करेगा: यशवंत सिन्हा

पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर हमारी ख़ुद की ग़लतियों की वजह से पाकिस्तान अनिवार्य तीसरा पक्ष बन गया है.

कश्मीर में वाजपेयी फॉर्मूला अपनाए केंद्र सरकार: मीरवाइज़

अलगाववादी नेता ने कहा, उदारवादी अलगाववादियों की दिक्कत यह है कि भारत कश्मीर समस्या को पूरी तरह पाकिस्तान की देन मानता है और इसे सीमापार आतंकवाद के ऩजरिये से देखता है.

मीडिया बोल, एपिसोड 11: धारा 35A और कश्मीर

मीडिया बोल में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश ‘राइज़िंग कश्मीर’ के संपादक सैयद शुजात बुख़ारी और वरिष्ठ पत्रकार अशोक टंडन के साथ कश्मीर, धारा 35A के विवाद और मीडिया कवरेज पर चर्चा कर रहे हैं.

कश्मीर से ग्राउंड रिपोर्ट: क्यों घाटी में पुलिसवाला होना सबसे मुश्किल काम है

कश्मीरी पुलिसकर्मी अपने पेशे के चलते आतंकियों के लिए घृणा का पात्र बन जाते हैं वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी फिक्र करता कोई नहीं दिखता.

जम्मू कश्मीर: गैर-मुसलमानों को अल्पसंख्यक दर्जा देने के मामले में केंद्र को मिली मोहलत

मामले में केंद्र सरकार ने उच्चतम न्यायालय से मांगा था समय. शीर्ष अदालत ने तीन महीने के भीतर फैसला लेने को कहा.

सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर में 1528 गैर-न्यायिक हत्याओं की सीबीआई जांच का आदेश दिया

मणिपुर में सन 2000 से 2012 के बीच सेना और पुलिस पर कथित रूप से 1528 गैर-न्यायिक हत्याएं करने का आरोप है. कोर्ट ने सीबीआई निदेशक से कहा, जांच अधिकारियों की टीम गठित करें.

‘अकेला सलीम 53 श्रद्धालुओं को बचा ले गया, लेकिन पूरी ट्रेन एक जुनैद को न बचा सकी’

मोदी की ​कश्मीर-नीति पर बरसी कांग्रेस, राहुल गांधी बोले- मोदी की नीतियों के कारण आतंकियों को कश्मीर में मौका मिला, सिंघवी ने कहा- मोदी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने की जिम्मेदारी लें.

राजनाथ ने आतंकी हमले की निंदा के लिए कश्मीरियत को सराहा, ट्विटर पर ट्रोल हुए

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर आतंकवादी हमले की राज्य की जनता ने कड़ी निंदा करके कश्मीरियत की भावना को बरकरार रखा है.

जब पूर्वोत्तर और कश्मीर में मीडिया पर हमला होता है, तब प्रेस की आज़ादी की चर्चा क्यों नहीं होती?

दशकों से उत्तर-पूर्व और कश्मीर के मीडिया संस्थान अपनी आज़ादी की लड़ाई राष्ट्रीय मीडिया के समर्थन के बगैर लड़ रहे हैं.