असम स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पिछले नौ दिन में 10 मौतें हुई हैं. इस साल जुलाई से अब तक 390 लोग संक्रमित हुए हैं. जापानी इंसेफेलाइटिस एक वायरल मस्तिष्क संक्रमण है, जो मच्छरों के काटने से फैलता है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के बयान के अनुसार, दोनों मौत असम के हैलाकांडी ज़िले में हुई हैं. राज्य में सोमवार को जापानी इंसेफलाइटिस के 14 नए मामले दर्ज किए, जिससे इस महीने इस बीमारी से ग्रस्त लोगों की संख्या 266 हो गई.
असम सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मुख्य सचिव समीर सिन्हा ने बताया कि इस साल जिन लोगों की मौत एईएस के कारण हुई है उनमें 10 वयस्क जबकि दो बच्चे शामिल हैं.
मामला बस्तर जिले के जगदलपुर का है. मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग के प्रमुख ने बताया कि दो दिन पहले अस्पताल में बुखार से पीड़ित चार बच्चों को भर्ती कराया गया था जिसमें से एक बच्चे की गुरुवार की रात मृत्यु हो गई.
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्थाओं का दौर जारी है. अगस्त महीने में बच्चों की मौतों को स्वभाविक बताने वाले यूपी सरकार के मंत्री अब इस बारे में चुप्पी साध गए हैं.
जन्माष्टमी पर योगी आदित्यनाथ के बयान ने सोचने के लिए मजबूर कर दिया. कंस की याद आई जिसने अपनी बहन देवकी की सभी संतानों को मार डाला था.
मीडिया बोल की 10वीं कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, टीवी पत्रकार अरफ़ा ख़ानम शेरवानी और द वायर हिंदी के कृष्णकांत के साथ गोरखपुर में बच्चों की मौत के मीडिया कवरेज पर चर्चा कर रहे हैं.
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में संसाधनों की ऐसी कमी है कि एक वॉर्मर बेड पर चार नवजातों को रखना पड़ता है.
जिस गोरखपुर मेडिकल कॉलेज पर इंसेफलाइटिस पीड़ित बच्चों के इलाज की ज़िम्मेदारी है उसकी स्थिति देखकर कहा जा सकता है कि बच्चों की मौत से सरकारों को कोई फर्क नहीं पड़ता.