छत्तीसगढ़ के जशपुर ज़िले में बीते 21 जनवरी को एक हिंदुत्व समूह द्वारा ईसाई समुदाय के कुछ लोगों को पीटने की घटना सामने आई है. आरोप है कि हमलावार वही लोग थे, जो नियमित रूप से राम मंदिर समारोह से संबंधित रैलियों में भाग ले रहे थे. हिंदूत्व समूह ने भी ईसाई समूह पर पथराव के आरोप में केस दर्ज कराया है.
घटना जशपुर ज़िले की है, जहां पत्थलगांव में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए जा रहे जुलूस को एक तेज़ रफ़्तार कार रौंदते हुए निकल गई, जिसमें सत्रह लोग घायल हो गए हैं. पुलिस ने बताया कि घटना के बाद लोगों ने कार का पीछा कर इसे रोका और सवार युवकों को पुलिस के हवाले करने के बाद कार में आग लगा दी. इस मामले में पत्थलगांव के थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर तथा एएसआई को निलंबित कर दिया गया
घटना छत्तीसगढ़ के जशपुर ज़िले में विशेष रूप से सक्षम लड़कियों के लिए बने सरकारी आश्रय गृह में बीते 22 सितंबर को हुई. मामले के आरोपी आश्रय गृह के केयरटेकर और चौकीदार को गिरफ़्तार कर लिया गया है. यहां रहने वाली मूक और बधिर लड़कियां आदिवासी समुदाय से हैं.
छत्तीसगढ़ के जशपुर ज़िले के बागबहार गांव की घटना. 28 जून को एक युवती और दो युवक खेत में काम कर रहे थे, इसी दौरान उन पर आकाशीय बिजली गिर गई थी.
छत्तीसगढ़ के जशपुर ज़िले में हुए हादसे में मकान मालिक की पत्नी की भी मौत, वहीं दिल्ली में सीवर में गिरे 27 वर्षीय युवक की मौत. हाल ही में दिल्ली के मोती नगर स्थित डीएलएफ की कैपिटल ग्रीन्स सोसाइटी में भी सफाई के दौरान पांच लोगों की मौत हो गई थी.
सर्व आदिवासी समाज ने कहा कि आदिवासियों की ज़मीनों को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है. ऐसे में उनका अपने हक़ के लिए लड़ना स्वभाविक है. कांग्रेस ने कहा कि प्रदेश सरकार आदिवासियों की समस्याओं को समझ नहीं पा रही है.