झारखंड के सरायकेला खरसावां ज़िले के एक गांव में 18 जून 2019 को चोरी के आरोप में तबरेज़ अंसारी नाम के युवक को भीड़ ने एक खंभे से बांधकर बेरहमी से कई घंटों तक पीटा था, जिसके कुछ दिनों हिरासत के दौरान उनकी मौत हो गई थी.
झारखंड के सरायकेला खरसावां ज़िले में बीते 18 जून को चोरी के आरोप में तबरेज़ अंसारी नाम के युवक को भीड़ ने एक खंभे से बांधकर बेरहमी से कई घंटों तक पीटा था, जिससे उनकी मौत हो गई थी.
राज्य में बीते तीन साल में गोकशी, चोरी, बच्चा चोरी और अफ़वाहों के चलते 21 लोगों की मौत हुई है. जनवरी 2017 से लेकर अब तक राज्य में जादू-टोना करने के शक के आधार पर हुई भीड़ की हिंसा में 90 से अधिक लोगों की मौत हुई है.
यह घटना झारखंड के खूंटी जिले की है. पुलिस का कहना है कि रविवार सुबह लगभग 10 बजे के आसपास भीड़ ने तीन लोगों पर उस वक्त हमला किया, जब ये लोग कथित तौर पर एक जानवर के शव से मांस निकाल रहे थे.
इससे पहले झारखंड पुलिस ने तबरेज़ अंसारी की मॉब लिंचिंग मामले के 11 आरोपियों के खिलाफ दाखिल आरोपपत्र में हत्या की धारा 302 के स्थान पर गैर इरादतन हत्या की धारा 304 लगा दी थी.
बीते जून में झारखंड के सरायकेला खरसावां में तबरेज़ अंसारी की चोरी के आरोप में भीड़ ने बेरहमी से पिटाई की थी, जिसके कुछ रोज़ बाद अंसारी की मौत हो गई थी.
मामला झारखंड के गुमला जिले का है. पुलिस ने कहा कि अंधविश्वास के कारण चारों की हत्या हुई है.
बीते जून में झारखंड के सरायकेला खरसावां में तबरेज अंसारी की चोरी के आरोप में भीड़ ने बेरहमी से पिटाई की, जिसके कुछ रोज़ बाद अंसारी की मौत हो गई थी. मामले की जांच कर रहे दल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जहां पुलिस ने मुस्तैदी नहीं दिखाई, वहीं डॉक्टर अंसारी की चोट का पता नहीं लगा सके.
घटना वैशाली ज़िले के सराय की है, जहां मृतक को कथित तौर पर लोहा काटने वाले औज़ार के साथ एक घर के पास देखा गया था. पुलिस का कहना है कि उसने एक घर में चोरी की कोशिश की और पकड़ा गया.
अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग ने बीते 21 जून को जारी किए गए रिपोर्ट में कहा था कि भारत में 2018 में गायों के व्यापार या गोवध की अफवाह पर अल्पसंख्यक समुदाय, खासकर, मुसलमानों के खिलाफ चरमंपथी हिंदू समूहों ने हिंसा की है.
झारखंड में एक युवक की पीट-पीटकर हत्या किए जाने को ‘जघन्य अपराध’ क़रार देते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों का मक़सद सरकार द्वारा बनाए गए सकारात्मक माहौल को प्रभावित करना है.
झारखंड के सरायकेला खरसावां ज़िले में 17 जून को चोरी के शक में तबरेज़ अंसारी की बेरहमी से घंटों पिटाई की गई, जिसके बाद उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया. उनसे जबरन 'जय श्री राम' और 'जय हनुमान' के नारे भी लगवाए गए थे.
क़ानून का राज होने के बाद भी भीड़ का राज क़ायम है. इस भीड़ को धर्म, जाति और परंपरा के नाम पर छूट मिली है. किसी औरत को डायन बताकर मार देती है, जाति तोड़कर शादी करने वालों की हत्या कर देती है. इसी कड़ी में अब यह शामिल हो गया है कि अपराध करने वाला या झगड़े की ज़द में आ जाने वाले मुसलमान को जय श्री राम के नाम पर मार दिया जाएगा.
यह घटना झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले की हैं. आरोप है कि 18 जून को एक मुस्लिम युवक को बेरहमी से कई घंटों तक एक खंभे से बांधकर पीटा गया. उससे जबरन ‘जय श्रीराम’ और ‘जय हनुमान’ के नारे लगवाए गए. पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया.