पश्चिमी महाराष्ट्र के पुणे मंडल में भारी बारिश और नदियों के उफान पर होने के चलते 84,452 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इनमें 40,000 से अधिक लोग कोल्हापुर ज़िले से हैं. पिछले दो दिनों से महाराष्ट्र में हो रही भारी बारिश के कारण रायगढ़, रत्नागिरी, पालघर, ठाणे, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, सांगली और सतारा आदि ज़िले भीषण बाढ़ की चपेट में हैं. कर्नाटक में भारी बारिश में तीन लोगों की मौत और हज़ारों लोगों को सुरक्षित निकाला गया.
महाराष्ट्र के तटीय रायगढ़ ज़िले में यह हादसा महाड तहसील के तलाई गांव में बृहस्पतिवार शाम को हुआ. इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. मुंबई के गोवंडी में मकान ढहने से चार की मौत होने की सूचना है. पिछले दो दिनों से राज्य में हो रही भारी बारिश के कारण रायगढ़, रत्नागिरी, पालघर, ठाणे, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, सांगली और सतारा ज़िलों में भीषण बाढ़ आई हुई है, जिसके कारण कई हादसे भी हो चुके हैं.
राज्य के जल संरक्षण मंत्री तानाजी सावंत ने कहा कि मुझे लगता है कि आप अपनी क़िस्मत नहीं बदल सकते, जो भी होना है, वह होगा. विपक्षी दलों ने इस बात की आलोचना की है. राकांपा ने कहा कि मंत्री ‘एक भ्रष्ट मछली’ को बचाने के लिए केकड़ों को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं.
रत्नागिरि ज़िले के तिवारे बांध में दरार आने के बाद निचले इलाके में आने वाले तकरीबन सात गांवों में बाढ़ जैसे हालत. 12 मकान बहे. बांध में दरार पड़ने की शिकायत स्थानीय ग्रामीणों ने सरकार से की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.