कुवैत अग्निकांड: देश पहुंचे 45 भारतीयों के शव, केंद्र ने केरल की मंत्री को नहीं दी कुवैत जाने की इजाज़त

कुवैत में एक बहुमंजिली इमारत में आग से मारे गए 45 भारतीयों में से सर्वाधिक 23 मृतक केरल से हैं. राज्य सरकार ने घायलों के इलाज और मृतकों के शवों को वापस लाने सहित राहत कार्यों में मदद के लिए स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज को कुवैत भेजने का फैसला किया था. पर केंद्र सरकार से अनुमति नहीं मिली.

पैगंबर पर टिप्पणी: कुवैत ने प्रदर्शन करने वाले प्रवासियों को निष्कासित करने का फैसला किया

कुवैत के क़ानूनों के अनुसार खाड़ी देश में प्रवासियों द्वारा धरना या प्रदर्शन करने की मनाही है. यहां बीते 10 जून को पैगंबर मोहम्मद के समर्थन में प्रवासियों ने प्रदर्शन किया था. कुवैत उन कुछ देशों में से एक है, जिसने निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की टिप्पणियों को लेकर भारतीय राजदूत को समन भेजा था.

पैगंबर मोहम्मद बयान: खाड़ी देशों द्वारा निंदा के बाद केंद्रीय मंत्री बोले- सरकार पर असर नहीं

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भाजपा की अपदस्थ प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादास्पद टिप्पणी का केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है, क्योंकि वे सरकारी पदाधिकारी नहीं थीं. उन्होंने यह भी कहा कि बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देने वाले देशों के साथ अच्छे संबंध बने रहेंगे.

पैगंबर मोहम्मद पर बयान: कई और देशों द्वारा निंदा जारी, ओमान, इंडोनेशिया ने राजनयिक समन किए

भाजपा नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के पैगंबर मोहम्मद के बारे में दिए गए बयान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना जारी है. खाड़ी देशों के बाद मालदीव, ओमान, इंडोनेशिया, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, लीबिया जैसे देशों ने भी विवादित टिप्पणी को लेकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है.

भाजपा नेताओं की पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी: खाड़ी देशों ने भारत को आड़े हाथों लिया, राजनयिक तलब

भाजपा नेता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई टिप्पणी और पार्टी के प्रवक्ता नवीन जिंदल के इसी तरह के 'अपमानजनक' ट्वीट की निंदा करते हुए खाड़ी देशों- क़तर, कुवैत, ईरान और सऊदी अरब के साथ पाकिस्तान ने भी भारतीय राजनयिकों को तलब किया है. वहीं, भारत ने इन्हें 'फ्रिंज' तत्वों द्वारा की टिप्पणी बताते हुए कहा कि विवादित बयान भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाते.

कुवैत में विदेशियों का कोटा तय होने पर आठ लाख भारतीयों को छोड़ना पड़ सकता है देश

विदेशी कामगारों की संख्या में कटौती के लिए तैयार विधेयक के मुताबिक कुवैत की कुल आबादी में भारतीयों की संख्या 15 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए. वहां विदेशी नागरिकों में सबसे अधिक 14.5 लाख की हिस्सेदारी अकेले भारतीयों की है.