पैगंबर मोहम्मद पर बयान: कई और देशों द्वारा निंदा जारी, ओमान, इंडोनेशिया ने राजनयिक समन किए

भाजपा नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के पैगंबर मोहम्मद के बारे में दिए गए बयान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना जारी है. खाड़ी देशों के बाद मालदीव, ओमान, इंडोनेशिया, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, लीबिया जैसे देशों ने भी विवादित टिप्पणी को लेकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है.

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खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के महासचिव डॉ. नायेफ फलाह एम. अल हजरफ. (फोटो साभार: ट्विटर/जीसीसी)

भाजपा नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के पैगंबर मोहम्मद के बारे में दिए गए बयान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना जारी है. खाड़ी देशों के बाद मालदीव, ओमान, इंडोनेशिया, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, लीबिया जैसे देशों ने भी विवादित टिप्पणी को लेकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है.

खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के महासचिव डॉ. नयाफ फलाह एम. अल हजराफ. (फोटो साभार: ट्विटर/जीसीसी)

नई दिल्ली/दुबई: तीन पश्चिम एशियाई देशों द्वारा रविवार, 5 जून को भारतीय राजदूतों को पैगंबर मोहम्मद के बारे में भाजपा नेताओं द्वारा की गई टिप्पणी के संबंध में तलब करने के बाद सोमवार को ओमान और इंडोनेशिया ने भी ऐसा ही किया और सभी धर्मों और मान्यताओं का सम्मान करने का आह्वान किया.

इसके साथ ही संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन, मालदीव और इंडोनेशिया ने भी भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल द्वारा की गई टिप्पणियों की निंदा करते हुए बयान जारी किए.

रिपोर्ट के अनुसार, एक बयान में बताया गया कि ओमान के राजनयिक मामलों के विदेश मामलों के मंत्रालय में अवर सचिव शेख खलीफा बिन अली अल हरथी भारतीय राजदूत अमित नारंग से मिले और भारतीय जनता पार्टी नेताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद, इस्लाम और मुसलमानों के बारे में “आपत्तिजनक बयान” की निंदा की.

ओमान ने  ‘इन आपत्तिजनक बयानों के लिए जिम्मेदार लोगों’ को निलंबित करने के भाजपा के फैसले का भी स्वागत किया.

बयान में यह भी कहा गया, ‘महामहिम ने ओमान की सल्तनत की सहिष्णुता और सह-अस्तित्व की संस्कृति, घृणा का सामना करने और भिन्न आस्थाओं और धर्मों का सम्मान करने की बात दोहराई.

इसी के साथ सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले इंडोनेशिया ने भी विवादित टिप्पणी की कड़ी निंदा की और इसे ‘अस्वीकार्य अपमानजनक टिप्पणी’ करार दिया.

इंडोनेशिया के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘यह संदेश जकार्ता में भारतीय राजदूत को दे दिया गया है.’

इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भी पैगंबर का अनादर करने वाली विवादित टिप्पणी की निंदा की और इसे खारिज किया.

विदेश और अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यूएई दृढ़ता से उन सभी प्रथाओं और व्यवहारों को खारिज करता है जो नैतिक और मानवीय मूल्यों एवं सिद्धांतों के खिलाफ हैं.

मंत्रालय ने धार्मिक प्रतीकों का सम्मान करने और उनका उल्लंघन न करने की जरूरत बताई. उसने साथ में नफरती भाषण और हिंसा का मुकाबला करने और सहिष्णुता और मानव सह-अस्तित्व के मूल्यों के प्रसार और अलग अलग धर्मों के अनुयायियों की धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाली प्रथाओं को रोकने के लिए संयुक्त अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी को मजबूत करने का आह्वान किया.

दक्षिण एशिया में भारत के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक मालदीव ने भी भाजपा नेताओं की टिप्पणियों की निंदा करते हुए कहा कि वह इन ‘अपमानजनक टिप्पणियों से बहुत चिंतित है.’ इसने भारत सरकार द्वारा अपमानजनक टिप्पणियों की निंदा और शर्मा और जिंदल के खिलाफ भाजपा द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई का भी स्वागत किया.

साथ ही, जॉर्डन ने भी भाजपा नेता की आपत्तिजनक टिप्पणी की ‘कड़े शब्दों में निंदा’ की है.

जॉर्डन के विदेश मामलों और प्रवासियों के मंत्रालय के प्रवक्ता हैथम अबू अल्फौल ने कहा कि देश ‘इस्लामिक और अन्य धार्मिक हस्तियों के खिलाफ उल्लंघन को अस्वीकार करता है, इसे ऐसे कृत्य के रूप में देखता है जिससे अतिवाद और घृणा बढ़ते हैं.

उन्होंने कहा कि भाजपा का अपने प्रवक्ता को निलंबित करने का फैसला ‘सही दिशा में उठाया गया कदम है.’

खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के महासचिव नयाफ फलाह एम. अल हजराफ ने भी पैगंबर के खिलाफ भाजपा की प्रवक्ता की टिप्पणी की निंदा की और इसे खारिज किया.

जीसीसी एक क्षेत्रीय, अंतर सरकारी, राजनीतिक और आर्थिक संघ है, जिसमें बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब और यूएई शामिल है. लाखों भारतीय जीसीसी देशों में काम करते हैं.

परिषद ने संक्षिप्त बयान में कहा कि महासचिव ने सभी पैगंबरों के साथ-साथ शख्सियतों और धार्मिक प्रतीकों के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित होने को साफ तौर पर खारिज किया.

इसके साथ, लीबिया ने भी भाजपा नेताओं की टिप्पणी की निंदा करते हुए एक बयान जारी किया.

वहीं, सोमवार को एक अलग बयान में मक्का स्थित मस्जिद अल हराम (काबा) और मदीना स्थित पैगंबर की मस्जिद (ए नबवी) के मामलों की ‘जनरल प्रेसिडेंसी’ ने पैगंबर के खिलाफ भाजपा की प्रवक्ता के ‘अपमानजनक बयानों’ की निंदा की.

इस बीच, मिस्र के अल-अजहर अल-शरीफ, जो दुनिया की मुस्लिम शिक्षा की सबसे पुराने केंद्रोंमें से एक है, ने भी भाजपा नेताओं की टिप्पणी की निंदा करते हुए एक बयान जारी किया.

अल-अजहर ने कहा कि भाजपा नेता के बयान ‘हास्यास्पद’ थे और इनमें वही दावे किए गए थे जिन्हें ‘इस्लाम और मुसलमान से नफरत करने वाले समय-समय पर दोहराते हैं.’

अल-अजहर ने जोर देकर कहा कि ‘हाल ही में कुछ राजनीतिक पदाधिकारी चुनावों में वोट हासिल करने और मुसलमानों के खिलाफ अपने अनुयायियों की भावनाओं को भड़काने के लिए इस्लाम और उसके महान पैगंबर का अपमान करते हैं- ऐसा करना चरमपंथ, विभिन्न धर्मों और आस्थाओं के अनुयायियों के बीच नफरत और राजद्रोह को स्पष्ट बुलावा देना है.’

मिस्र के ग्रैंड मुफ्ती और फतवा अथॉरिटीज वर्ल्डवाइड जनरल सेक्रेटेरिएट फॉर वर्ल्डवाइड के अध्यक्ष शकी आलम ने भी भाजपा नेताओं के बयान की निंदा की और कहा कि इस तरह के ‘अपमान नफरत की भावनाओं को बढ़ावा देते हैं.’

आलम ने नबियों, धर्मों और धार्मिक प्रतीकों के अपमान को अपराध घोषित करने का भी आह्वान किया.

उल्लेखनीय है कि इससे पहले, कतर, ईरान और कुवैत ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में भाजपा नेता की टिप्पणियों को लेकर रविवार को भारतीय राजदूतों को तलब किया था. खाड़ी क्षेत्र के महत्वपूर्ण देशों ने इन टिप्पणियों की निंदा करते हुए कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी.

इस बीच, दिल्ली में भाजपा ने पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए बयानों के लिए अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को रविवार को पार्टी से निलंबित कर दिया था. वहीं, दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को पार्टी नेतृत्व ने भाजपा से निष्कासित करने का फैसला लिया.

मुस्लिम समूहों के विरोध के बीच भाजपा ने एक बयान भी जारी किया था. इसमें कहा गया था कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धार्मिक शख्सियत के अपमान की कड़ी निंदा करती है.

नूपुर शर्मा जहां अपनी टिप्पणी को लेकर विभिन्न शहरों में प्राथमिकी का सामना कर रही हैं, वहीं दिल्ली पुलिस ने अब उनकी शिकायत पर एक प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें उन्होंने जान से मारने की धमकी मिलने का आरोप लगाया है. बताया गया है कि अब उन्हें सुरक्षा भी प्रदान की गई है.

दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि प्राथमिकी आईपीसी की विभिन्न धाराओं जैसे 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 506 (आपराधिक धमकी), और 509 (एक महिला की गरिमा भंग करने से इरादे से शब्द, इशारा या कार्य) के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है.

इस बीच, मुंबई पुलिस भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी करने को लेकर दर्ज प्राथमिकी के संबंध में उनका बयान दर्ज कराने के लिए तलब करेगी. मुंबई के पुलिस आयुक्त संजय पांडे ने सोमवार को यह जानकारी दी.

एक मुस्लिम संगठन रजा अकादमी के संयुक्त सचिव इरफान शेख द्वारा शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है.

कुवैत के सुपरमार्केट ने भारतीय सामानों पर लगाया प्रतिबंध

समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, इस टिप्पणी पर चल रहे विवाद के बीच कुवैती सुपरमार्केट ने भारतीय उत्पादों को अपनी शेल्फ से हटा लिया.

रिपोर्ट में कहा गया है कि कुवैत सिटी के ठीक बाहर स्थित सुपरमार्केट ने चावल की बोरियों और मसालों की अलमारियों को प्लास्टिक की चादरों से ढक दिया था, जहां अरबी लिखा था कि ‘हमने भारतीय उत्पादों को हटा दिया है.’

स्टोर के सीईओ नासिर अल-मुतारी ने एएफपी को बताया, ‘कुवैती मुस्लिम लोगों के तौर पर हम पैगंबर का अपमान स्वीकार नहीं करते हैं.’ रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी-व्यापी बहिष्कार पर भी विचार किया जा रहा था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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