एक अमेरिकी शोध संस्थान ने 162 देशों में सामूहिक हत्याएं होने की संभावनाओं पर एक रिपोर्ट तैयार की है. इस रिपोर्ट में भारत को आठवें पायदान पर रखते हुए ऐसे कई उदाहरणों पर प्रकाश डाला गया है कि किस तरह केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों ने देश के मुस्लिम अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ भेदभाव किया है.
पुलिस के मुताबिक़, हमलावर एक पूर्व पुलिसकर्मी है जिसे बीते वर्ष ड्रग्स के आरोप में पद से बर्ख़ास्त किया गया था. चाइल्ड केयर सेंटर में ख़ून-ख़राबा करने के बाद वह कार से सड़क पर गोलीबारी करता हुआ अपने घर पहुंचा, जहां अपनी पत्नी-बच्चे की हत्या करके आत्महत्या कर ली.