देश में कोविड-19 के एक दिन में 54,735 मामले सामने आने के बाद रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 17 लाख के पार पहुंच चुके हैं. बीते चौबीस घंटों में देश में 853 लोगों ने इस संक्रमण से जान गंवाई है.
गुरुवार को देश में एक दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक 55,078 मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 16 लाख के पार पहुंच गई. संक्रमण के मामलों की संख्या महज़ दो दिन पहले 15 लाख हुई थी.
भारत में बुधवार को पहली बार एक दिन में कोविड-19 के 52,123 नए मामले सामने आए. लगातार सात दिन तक प्रतिदिन 45,000 से अधिक केस आने के बाद पहली बार यह आकंड़ा 50 हज़ार से अधिक पहुंचा है.
भारत में मंगलवार को एक दिन में कोरोना वायरस के 48,513 नए मामले दर्ज हुए हैं, जिसके साथ ही अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 15 लाख के पार चली गई है. यह आंकड़ा महज़ दो दिन पहले ही चौदह लाख हुआ था.
देशभर में अब तक कोविड-19 संक्रमण के मामलों की संख्या पंद्रह लाख के क़रीब पहुंच चुकी है. अब तक कोरोना संक्रमण से 33,425 लोगों की जानें जा चुकी हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि रविवार को कोरोना संक्रमण के 49,931 नए मामले सामने आए हैं जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है. वहीं दुनियाभर में संक्रमण के 1.62 करोड़ मामले आ चुके हैं और क़रीब साढ़े छह लाख लोगों की जान जा चुकी है.
देशभर में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं, अब तक संक्रमण के 13,85,522 मामले सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शनिवार को क़रीब साढ़े चार लाख के लगभग सैंपल टेस्ट किए गए जो अब तक की सर्वाधिक संख्या है.
निजी डेटा सुरक्षा विधेयक का पहला मसौदा लेकर आने वाली समिति के अध्यक्ष जस्टिस बीएन श्रीकृष्णा ने कहा कि आरोग्य सेतु के उपयोग को अनिवार्य बनाने के लिए जारी दिशानिर्देशों को पर्याप्त कानूनी समर्थन नहीं माना जा सकता है.
12 मई से शुरू हो रही विशेष राजधानी ट्रेनों के यात्रियों के लिए आरोग्य सेतु ऐप को अनिवार्य कर दिया गया है. केंद्र सरकार का कहना है कि नए नियमों के बाद ऐप का डेटा इकट्ठा होने के ठीक 180 दिन बाद डिलीट हो जाएगा.
सरकार का दावा कि इस ऐप के जरिये कुछ विशेष दूरी तक के ही संक्रमण की जानकारी मिल सकती है. हालांकि एक फांसीसी हैकर ने पीएमओ और रक्षा मंत्रालय जैसे हाईप्रोफाइल जगहों का डेटा सार्वजनिक करते हुए सिद्ध किया है कि इस ऐप के जरिये देश के कोने-कोने की जानकारी मिल सकती है.
नोएडा पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर जाने वाले लोगों के लिए मास्क पहनना और स्मार्टफोन में आरोग्य सेतु ऐप इंस्टॉल करना अनिवार्य किया है. इसके अलावा पुलिस ने सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर भी पाबंदी लगाई है.
डब्ल्यूएचओ कहता है कि नागरिकों का स्वास्थ्य सरकारों की प्राथमिक ज़िम्मेदारी है. लेकिन भारत सरकार के यात्राओं पर प्रतिबंध, हवाई अड्डों पर सबकी स्क्रीनिंग के निर्णय में हुई देरी पर बात नहीं हुई, न ही कोविड जांच की बेहद कम दर की बात उठी. जमात ने ग़लती की है पर क्या सरकारों को कभी उनकी नाकामियों के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा?
गृह मंत्रालय की ओर से स्पष्ट किया गया है कि उन्हें ही वापस लाया जाएगा, जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं होंगे. कहा गया है कि विमान और पोत द्वारा यात्रा का प्रबंध किया जाएगा और इसका ख़र्च यात्रियों को वहन करना होगा.
राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आरोग्य सेतु ऐप शक्तिशाली सहयोगी है जो लोगों की सुरक्षा करता है. इसमें डाटा सुरक्षा की ठोस व्यवस्था है.
कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 11 दिन में हो रहे हैं दोगुने, मृत्युदर 3.2 प्रतिशत: स्वास्थ्य मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि मौत के 14 प्रतिशत मामले 45 साल की आयु से कम के हैं, 34.8 प्रतिशत मामले 45-60 साल की आयुवर्ग के रोगियों के हैं और 51.2 प्रतिशत मृत्यु के मामले 60 साल से अधिक आयु के लोगों के हैं.