बीते हफ्ते पश्चिम बंगाल में कथित तौर पर 'जय श्री राम' न कहने पर ट्रेन से फेंके गए मदरसा शिक्षक मोहम्मद शाहरुख का दावा है कि उनके द्वारा हमला करने वाले लोगों और उनके संगठन के बारे में पुलिस को बताने के बावजूद किसी आरोपी को गिरफ़्तार नहीं किया गया है.
अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग ने बीते 21 जून को जारी किए गए रिपोर्ट में कहा था कि भारत में 2018 में गायों के व्यापार या गोवध की अफवाह पर अल्पसंख्यक समुदाय, खासकर, मुसलमानों के खिलाफ चरमंपथी हिंदू समूहों ने हिंसा की है.
झारखंड में एक युवक की पीट-पीटकर हत्या किए जाने को ‘जघन्य अपराध’ क़रार देते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों का मक़सद सरकार द्वारा बनाए गए सकारात्मक माहौल को प्रभावित करना है.
पश्चिम बंगाल के एक मदरसा टीचर का कहना है कि यह घटना 20 जून को उस समय हुई, जब वह ट्रेन से दक्षिण 24 परगना जिले से हुगली जा रहे थे. आरोप है कि ट्रेन में कुछ लोग जय श्री राम के नारे लगा रहे थे, उन्होंने उन्हें भी नारे लगाने को कहा, इनकार करने पर मारपीट की गई और ट्रेन से धक्का दे दिया गया.
झारखंड के सरायकेला खरसावां ज़िले में 17 जून को चोरी के शक में तबरेज़ अंसारी की बेरहमी से घंटों पिटाई की गई, जिसके बाद उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया. उनसे जबरन 'जय श्री राम' और 'जय हनुमान' के नारे भी लगवाए गए थे.
घटना शाहजहांपुर ज़िले की एक गांव की है. मूंगफली को लेकर विवाद हुआ था. इसको लेकर दो पक्षों के बीच पंचायत हो रही थी, तभी एक पक्ष ने गोली चला दी. घटना से आक्रोशित भीड़ ने दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला.
क़ानून का राज होने के बाद भी भीड़ का राज क़ायम है. इस भीड़ को धर्म, जाति और परंपरा के नाम पर छूट मिली है. किसी औरत को डायन बताकर मार देती है, जाति तोड़कर शादी करने वालों की हत्या कर देती है. इसी कड़ी में अब यह शामिल हो गया है कि अपराध करने वाला या झगड़े की ज़द में आ जाने वाले मुसलमान को जय श्री राम के नाम पर मार दिया जाएगा.
यह घटना झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले की हैं. आरोप है कि 18 जून को एक मुस्लिम युवक को बेरहमी से कई घंटों तक एक खंभे से बांधकर पीटा गया. उससे जबरन ‘जय श्रीराम’ और ‘जय हनुमान’ के नारे लगवाए गए. पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया.
यह घटना दिल्ली के रोहिणी की है. मौलवी का आरोप है कि 20 जून को कार सवार तीन लोगों ने उनसे जय श्री राम का नारा लगाने को कहा, इससे इनकार करने पर उन्होंने कार से टक्कर मार दी.
यह घटना असम के बारपेटा की है. 18 जून को दक्षिणपंथी समूह के कुछ लोगों ने ऑटोरिक्शा रुकवाकर उसमें सवार मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों की कथित तौर पर पिटाई की. इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं.
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि छात्र का दो दिन पहले कोचिंग में एक अन्य छात्र से बेंच पर बैठने को लेकर विवाद हुआ था. जिस छात्र से दो दिन पहले विवाद हुआ था, उसने अपने अन्य युवकों के साथ मिल कर छात्र की पिटाई कर दी. इसके बाद अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.
सीओ रामानंद कुशवाहा ने बताया कि सेना के दो जवान एक रेस्टोरेंट में खाना खा रहे थे. इसी दौरान उनकी एक शख़्स के साथ बहस हो गई और लड़ाई होने लगी. पूरे मामले में केस दर्ज कर रेस्टोरेंट के 7-8 कर्मचारियों को गिरफ़्तार किया गया है.
क्या नरेंद्र मोदी यह कहना चाह रहे हैं कि मुस्लिमों को जिस भय की राजनीति का सामना करना पड़ रहा है, वे उसे ख़त्म करने की कोशिश करेंगे? अगर उन्हें गंभीरता के साथ इस ओर काम करना है तो इसकी शुरुआत संघ परिवार से नहीं होनी चाहिए.
उत्तर प्रदेश के हापुड़ में 18 जून को 45 वर्षीय मीट व्यवसायी क़ासिम क़ुरैशी की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी.
यह घटना गुड़गांव के सदर बाजार की है.