ब्रिटेन में लीड्स शहर के हैडिंग्ले स्टेडियम के ऊपर छह जुलाई को भारत और श्रीलंका के बीच हुए विश्व कप क्रिकेट मैच के दौरान तीन बार भारत विरोधी बैनर लगे विमान नज़र आए थे. इन विमानों पर कश्मीर के लिए न्याय और आज़ादी के अलावा मॉब लिंचिंग बंद करने की मांग की गई थी.
मामला खंडवा ज़िले का है, जहां रविवार को ग्रामीणों की भीड़ ने आठ ट्रकों में गोवंश ले जा रहे लोगों पकड़कर उनके हाथ रस्सी से बांधे, खदेड़ते हुए थाने तक लेकर गए और गोमाता की जय के नारे लगवाए.
उत्तर प्रदेश के भदोही ज़िले के औरंगाबाद गांव का मामला. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया. दो आरोपियों की गिरफ़्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.
घटना वैशाली ज़िले के सराय की है, जहां मृतक को कथित तौर पर लोहा काटने वाले औज़ार के साथ एक घर के पास देखा गया था. पुलिस का कहना है कि उसने एक घर में चोरी की कोशिश की और पकड़ा गया.
मालदा के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बीते 26 जून को मालदा के बैष्णबनगर बाज़ार में स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर बाइक चुराते हुए पकड़े जाने पर 20 वर्षीय सनाउल शेख की पिटाई की थी. बीते रविवार को कोलकाता से युवक का शव मालदा पहुंचने पर प्रदर्शन हुआ.
यह घटना कानपुर के बर्रा इलाके की है. मुस्लिम किशोर का आरोप है कि 28 जून को मस्जिद से नमाज़ पढ़ कर लौटने के दौरान तीन से चार बाइक सवारों ने उसके टोपी पहने होने का विरोध करते हुए मारपीट की. इसके साथ ही दोबारा टोपी पहनकर इलाके में नहीं आने की भी धमकी भी दी गई.
साल 2017 में गो-तस्करी के आरोप में 55 वर्षीय पहलू ख़ान को राजस्थान के अलवर में भीड़ ने पीट-पीटकर मार दिया था. मामले में पुलिस ने पहलू ख़ान द्वारा शिनाख्त किए गए सभी छह आरोपियों को क्लीनचिट दे दी थी. राजस्थान पुलिस ने इस साल 29 मई को अदालत में यह आरोप-पत्र पेश किया था.
वीडियो: झारखंड में कुछ दिन पहले चोरी के शक में तबरेज़ अंसारी को भीड़ द्वारा पीटा गया, जिसके बाद अस्पताल में उनकी मौत हो गई. उनसे कथित तौर पर जबरन ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ के नारे भी लगवाए गए थे. इस घटना पर दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. अपूर्वानंद चर्चा कर रहे हैं.
मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह घटना महाराष्ट्र के ठाणे में 24 जून को उस समय हुई, जब मुस्लिम टैक्सी ड्राइवर सवारी को लेकर लौट रहा था और बीच रास्ते में उसकी टैक्सी खराब हो गई.
बीते हफ्ते पश्चिम बंगाल में कथित तौर पर 'जय श्री राम' न कहने पर ट्रेन से फेंके गए मदरसा शिक्षक मोहम्मद शाहरुख का दावा है कि उनके द्वारा हमला करने वाले लोगों और उनके संगठन के बारे में पुलिस को बताने के बावजूद किसी आरोपी को गिरफ़्तार नहीं किया गया है.
अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग ने बीते 21 जून को जारी किए गए रिपोर्ट में कहा था कि भारत में 2018 में गायों के व्यापार या गोवध की अफवाह पर अल्पसंख्यक समुदाय, खासकर, मुसलमानों के खिलाफ चरमंपथी हिंदू समूहों ने हिंसा की है.
झारखंड में एक युवक की पीट-पीटकर हत्या किए जाने को ‘जघन्य अपराध’ क़रार देते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों का मक़सद सरकार द्वारा बनाए गए सकारात्मक माहौल को प्रभावित करना है.
पश्चिम बंगाल के एक मदरसा टीचर का कहना है कि यह घटना 20 जून को उस समय हुई, जब वह ट्रेन से दक्षिण 24 परगना जिले से हुगली जा रहे थे. आरोप है कि ट्रेन में कुछ लोग जय श्री राम के नारे लगा रहे थे, उन्होंने उन्हें भी नारे लगाने को कहा, इनकार करने पर मारपीट की गई और ट्रेन से धक्का दे दिया गया.
झारखंड के सरायकेला खरसावां ज़िले में 17 जून को चोरी के शक में तबरेज़ अंसारी की बेरहमी से घंटों पिटाई की गई, जिसके बाद उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया. उनसे जबरन 'जय श्री राम' और 'जय हनुमान' के नारे भी लगवाए गए थे.
घटना शाहजहांपुर ज़िले की एक गांव की है. मूंगफली को लेकर विवाद हुआ था. इसको लेकर दो पक्षों के बीच पंचायत हो रही थी, तभी एक पक्ष ने गोली चला दी. घटना से आक्रोशित भीड़ ने दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला.