गांववालों का आरोप है कि इस व्यक्ति ने एक बच्ची को जबरन गाड़ी में बैठाने की कोशिश की, व्यक्ति का कहना है कि वह सिर्फ पीने का पानी मांग रहा था.
देशभर में व्हाट्सऐप से फैली बच्चे चोरी होने की अफ़वाह से बढ़ीं हिंसा की घटनाएं. तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों पर बच्चा चोरी के संदेह में हुआ हमला, असम में बच्चे चुराने के शक में विक्षिप्त महिला को खंबे से बांधकर पीटा.
जून 2017 में रामगढ़ में हुई अलीमुद्दीन अंसारी की हत्या के जुर्म में फास्टट्रैक कोर्ट ने 11 लोगों को उम्रक़ैद की सज़ा दी थी, जिनमें से 8 को हाईकोर्ट से ज़मानत मिल गई है.
दक्षिण त्रिपुरा ज़िले के कलाछारा में त्रिपुरा सूचना एवं संस्कृति विभाग के एक सदस्य की पीट-पीट कर हत्या. पश्चिम त्रिपुरा के मुराबारी में हुई एक अन्य घटना में एक पुलिसकर्मी सहित चार लोग घायल. 48 घंटों के लिए इंटरनेट और एसएमएस सेवा बंद.
पीड़ित युवक नाच-गाने का काम करता है. घटना के समय वह महिला के वेश में एक कार्यक्रम से लौट रहा था. उसका पहनावा देख लोगों ने बच्चा चोर समझकर पीटना शुरू कर दिया. पुलिस ने युवक को बच्चा चोर नहीं माना है.
घायल समीउद्दीन के भाई का कहना है कि जब उन्होंने एफआईआर पर दस्तखत किये तब पुलिस ने उन्हें घटनाक्रम की गलत जानकारी दी थी. घटना का वीडियो सामने आने पर उन्हें सच का पता चला.
सूरत में भी बच्चा चोरी के आरोप में 43 साल की उम्र में मां बनी महिला को अपनी ही बेटी का चोर बताकर पीट दिया गया.
मीडिया बोल की 55वीं कड़ी में उर्मिलेश मॉब लिंचिंग की घटनाओं और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता वाले सहकारी बैंक में नोटबंदी के बाद सर्वाधिक रकम जमा होने पर वरिष्ठ पत्रकार पूर्णिमा जोशी और सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता संजय हेगड़े से चर्चा कर रहे हैं.
असम के नगांव ज़िले का मामला. पुलिस के अनुसार, नाजायज संबंधों के शक में ग्रामीणों ने युवक युवती से बदसलूकी की. इससे पहले गोलपाड़ा ज़िले में बाइक से जा रहे युगल के साथ मारपीट की गई थी.
छत्तीसगढ़ के सरगुजा में हफ्ते भर के भीतर बच्चा चोरी के संदेह में भीड़ द्वारा पिटाई का यह तीसरा मामला है.
पिछले साल झारखंड के रामगढ़ में कथित तौर पर गोमांस के शक में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मारे गए अलीमुद्दीन अंसारी के बाद इसी इलाके में एक और व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत से कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के हापुड़ ज़िले के पिलखुआ क्षेत्र में 18 जून को ग्रामीणों ने गोहत्या के शक में दो मुस्लिम व्यक्तियों को पीटकर घायल कर दिया था. इनमें एक व्यक्ति की मौत हो गई. परिवारवालों का आरोप, पुलिस से जैसा कहा वैसी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई.
हापुड़ के मदापुर गांव निवासी समीउद्दीन के खेत पर गाय एवं बछिया बंधी देख ग्रामीणों को गोवध करने का शक हुआ. उन्होंने समीउद्दीन और उनके साथी कासिम पर हमला कर दिया जिसमें कासिम की मौत हो गई. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ़्तार किया.
सतना ज़िले के अमगार गांव में बीते 17 मई को गोहत्या के शक में गांव के दो मुस्लिम युवकों पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया था, जिसमें एक की मौत हो गई थी और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया था.
गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि बुधवार को पीट-पीटकर मार दिए दो लोगों की हत्या के आरोप में गिरफ़्तार 4 लोगों को निशाना बनाया जा रहा है.