बुलेट ट्रेन को कांग्रेस ने बताया चुनावी परियोजना, कहा- यूपीए की परियोजना को तीन साल बाद गुजरात चुनाव से पहले लाई है मोदी सरकार.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कोई भी देश आधे-अधूरे संकल्पों के साथ कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता.
अस्पताल ने कहा, इनमें से अधिकतर मौतें शिशुओं को अंतिम स्थिति में लाए जाने के कारण हुईं, उनके बचने की गुंजाइश बहुत कम थी.
रूस में बने 'द ब्लू व्हेल चैलेंज' सुसाइड गेम ने दुनियाभर में लगभग 300 जानें ली हैं और अब भारत में भी इसका असर दिखने लगा है.
दक्षिण मुंबई के भिंडी बाज़ार में गुरुवार को 117 साल से ज़्यादा पुरानी इमारत ढह गई थी.
दक्षिण मुंबई के व्यस्ततम इलाकों में से एक भिंडी बाज़ार में में हुआ हादसा. इमारत के मलबे में 30 लोगों के दबे होने की आशंका.
नागपुर-मुंबई दूरंतो एक्सप्रेस के नौ डिब्बे महाराष्ट्र के वासिंद और आसनगांव स्टेशनों के बीच में पटरी से उतर गए.
बाबूमोशाय बंदूकबाज़ की फिल्म निर्माता किरन श्रॉफ ने बताया कि सेंसर बोर्ड अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने उनसे कहा कि ख़ुशनसीब हो जो कि तुम्हारी फिल्म बैन नहीं हुई.
एक अलग भारत और उसके केंद्रीय मूल्यों को याद कराने के लिए फिल्म अमर अकबर एंथनी बुरा विचार नहीं है. यह आज के नौजवानों को यह बतलाएगा कि भारत हमेशा से वैसा नहीं था, जैसा कि आज है.
गैर सरकारी संगठन ‘प्रजा फाउंडेशन’ की रिपोर्ट, बीएमसी ने किया खंडन.
टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान से पीएचडी करने वाले सुनील यादव दिन में पढ़ाई करते हैं और रात में सफ़ाई कर्मचारी का काम करते हैं. वे डॉ. अंबेडकर को अपना आदर्श और पढ़ाई को बदलाव का औज़ार मानते हैं.
फिल्मीस्तान और एयरलिफ्ट जैसी फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता इनामुल हक़ ने मुंबई में किराये का मकान लेने के संघर्ष को लेकर अपनी आपबीती साझा की है.
अपने ज़माने के दिग्गज फिल्म अभिनेता और सांसद विनोद खन्ना का बृहस्पतिवार सुबह मुंबई के एक अस्पताल में कैंसर से निधन हो गया. वह 70 साल के थे.
गोवंडी के मौज़ूदा हालात और आम लोगों का जीवन बताता है कि मुंबई शहर ने इसे अपना कूड़ेदान बना रखा है. 21 फरवरी को बीएमसी का चुनाव है और सवाल है कि क्या चुनाव बाद यहां के हालात सुधरेंगे?
सलमा सिद्दीक़ी को अधिकतर लोग कृश्न चंदर की हमसफ़र के रूप में ही जानते हैं, पर उनकी एक अलग पहचान भी थी..एक लेखक की. सलमा 13 फरवरी को इस दुनिया से रुख़सत हो गईं. सलमा आपा, सब उन्हें इसी नाम से जानते थे…अक्सर ही लोग उनकी ख़ूबसूरती के ही क़ायल रहते. उनकी बड़ी, गहरी आंखें मानो उर्दू की ‘ग़िलाफ़ी आंखें’ जैसी मिसाल उन्हीं के लिए गढ़ी गई हो…उनके चेहरे की तारीफ़, जिसमें उनकी मां बेग़म राशिद अहमद सिद्दीक़ी का अक़्स