सीबीएसई ने ‘लोकतंत्र और विविधता’ पर आधारित अध्याय को दसवीं की परीक्षा से हटाया

सामाजिक विज्ञान की किताब के 'लोकतंत्र और विविधता', 'लोकप्रिय संघर्ष और आंदोलन' और 'लोकतंत्र के लिए चुनौतियां’ नाम के तीन अध्यायों को सत्र 2019-20 की बोर्ड परीक्षा में शामिल नहीं किया जाएगा.

एनसीईआरटी ने इतिहास की किताब से राष्ट्रवाद समेत तीन अध्याय हटाया

एनसीईआरटी ने कक्षा दसवीं की किताब से जिन तीन अध्यायों को हटाया है, उनमें से एक भारत-चीन क्षेत्र में राष्ट्रवाद का उदय, दूसरा उपन्यासों के ज़रिये समकालीन विश्व के इतिहास का विवरण और तीसरा दुनिया के शहरों का विकास शामिल है.

एनसीईआरटी ने त्रावणकोर की महिलाओं के जातीय संघर्ष समेत तीन अध्याय किताबों से हटाए

इनमें से एक अध्याय में त्रावणकोर की नादर जाति की उन महिलाओं के संघर्ष के बारे में बताया गया है, जिन्हें अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को खुला रखने के लिए मजबूर किया जाता था.

एनसीईआरटी ने अपनी किताब में गुजरात मुस्लिम विरोधी दंगों से ‘मुस्लिम विरोधी’ शब्द हटाया

12वीं कक्षा की पॉलिटिकल साइंस की किताब के पिछले संस्करण में ‘फरवरी-मार्च 2002 में गुजरात में मुस्लिमों के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी’, लिखा था. अब इसमें से मुस्लिम शब्द हटाकर ‘गुजरात में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई’ कर दिया गया है.

दीनानाथ बत्रा की एनसीईआरटी को सलाह: स्कूली किताबों से हटाएं अंग्रेज़ी, उर्दू और अरबी के शब्द

संघ से जुड़े शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने एनसीईआरटी की किताबों से ग़ालिब, टैगोर, पाश की रचनाओं सहित गुजरात दंगों से जुड़े तथ्य हटाने की मांग की है.

‘हिंदू-मुस्लिम दंगे और जाति आधारित संघर्षों को पाठ्यक्रम में शामिल नहीं करना चाहिए’

भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद के प्रमुख ब्रज बिहारी कुमार ने कहा कि जेएनयू शिक्षा का नहीं बल्कि कार्यकर्ता तैयार करने का स्थान बनता जा रहा है.