चुनाव आयोग ने अजीत पवार गुट को ‘असली’ एनसीपी बताया, चुनाव चिह्न दिया

अजीत पवार और एनसीपी के आठ विधायक पिछले साल जुलाई में महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हुए थे. कुछ ही समय बाद पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था.

2024 लोकसभा चुनाव तक महाराष्ट्र में राजनीतिक तमाशा चलता रहेगा

एनसीपी में दोफाड़ के बाद शरद पवार के अगले क़दम का इंतज़ार है. महाराष्ट्र को भली तरह जानने का दावा करने वाले कुछ राजनीतिक पंडितों का कहना है कि पवार को इसकी जानकारी थी और यह सब उनकी परोक्ष सहमति से हुआ है.

एनसीपी नेताओं को ‘भ्रष्टाचारी’ बताकर उन्हें सरकार में लाने की भाजपा की रणनीति क्या बताती है?

वीडियो: रविवार को महाराष्ट्र में एनसीपी के दो गुट बंटने से क़रीब पांच दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी दल के नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे थे. अब भाजपा के गठबंधन वाली एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हुए एनसीपी के नौ नेताओं में से पांच वही हैं, जो भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं.